77वां स्वतंत्रता दिवस समारोह कार्यक्रम को लोगों को बीच में छोड़कर जाना पड़ा

नागरिकों के लिए अव्यवस्थाओं के बीच देश का 77वां स्वतंत्रता दिवस पलवल के नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में धूमधाम के साथ औरपचारिकताएँ निभाते हुए मनाया गया। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने नेता सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। इस अवसर पर विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गई। तेज चल चलती धूप में आम नागरिकों के लिए टेंट और पीने के लिए पानी और बैठने की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोग 10 मिनट भी कार्यक्रम में खड़े ना रह सके और कार्यक्रम को छोड़-छोड़ कर चले गए।

पलवल || नेता सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में आयोजित 77 वां स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर प्रशासनिक  व्यवस्थाओं के कारण लोग नाराज होकर कार्यक्रम को बीच में ही छोड़ कर चले गए। लोगों ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान तेज धूप और गर्मी होने के कारण 10 मिनट भी ठहरना मुश्किल हो रहा है ।और बहुत से लोग कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चों मैं राष्ट्र के प्रति देशभक्ति की भावनाएं जागृत करने के लिए बच्चों को लेकर आए थे लेकिन तेज धूप और गर्मी में लोगों के लिए टेंट और पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण कार्यक्रम को छोड़ने के लिए मजबूर हो गए।

तमाम लोगों ने नौकरशाही को इस अवस्था के लिए जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को देखना चाहिए कि जिस प्रकार का भव्य आयोजन यहां किया जा रहा है। उसके अनुसार आम नागरिकों के लिए भी यहां पर टेंट की और लोगों के लिए बैठने तथा पीने के लिए पानी आदि की व्यवस्था की जानी चाहिए थी। लेकिन यहां पर केवल मुख्य अतिथि और नौकरशाहों के लिए ही मंच पर छाया का इंतजाम किया हुआ है। बाकी अन्य लोगों के लिए किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की हुई थी जिसके कारण लोगों को मजबूरी में कार्यक्रम को बीच में छोड़कर जाना पड़ा।

पलवल के नेता सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में अवस्थाओं के अलावा नौकरशाही पूरी तरह हावी रही। आम नागरिक तो नागरिक पत्रकारों तक को भी कवरेज करने के दौरान अकारण की रोक-टोक कर परेशान किया गया। कार्यक्रम को देखने के लिए आए नागरिकों से कार्यक्रम को अधूरा और बीच में छोड़ने का कारण पूछने पर उन्होंने यही कहा कि कार्यक्रम को जिसे शौक और उत्साह के साथ देखने के लिए आए थे यहां पर अव्यवस्थाओं के कारण उन्हें कार्यक्रम को छोड़कर जाना पड़ रहा है। देखा जा रहा है कि नौकरशाहों के लिए तो यहां पर हर प्रकार की छाया  और पीने के पानी की और दूसरी व्यवस्था की हुई है।  लेकिन आम नागरिक के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। लोग खड़े होकर कार्यक्रम को देखना चाह रहे थे लेकिन उन्हें भी पुलिस के द्वारा धक्का दिया जा रहा था।