एलआईसी स्थापना दिवस पर 22 युवाओं ने किया रक्तदान
इस मौके पर रक्तवीर राजेश डुडेजा ने कहा कि यहां आयोजित रक्तदान शिविर में युवाओं ने बढ़-चढकऱ अपनी भागदारी दिखाई है तथा शिविर में 22 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति द्वारा किया गया रक्तदान किसी ना किसी जरूरतमंद की जान बचाने में काम आता है। इसीलिए प्रत्येक व्यक्ति को 3 माह में एक बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए।
भिवानी || रक्तदान को महादान का दर्जा दिया गया है। किसी व्यक्ति द्वारा दान किए गए रक्त से किसी जरूरमंद की जान बचाई जा सकती है। इसी उद्देश्य को लेकर में शुक्रवार को एलआईसी के 67वे स्थापना दिवस पर एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर का आयोजन एलआईसी एजेंट महेश कुमार द्वारा आयोजित किया गया। शिविर में बतौर मुख्य अतिथि शतकवीर रक्तदाता राजेश डुडेजा पहुंचे तथा उन्होंने रक्तदाताओं को बैज लगाकर सम्मानित किया। इस मौके पर रक्तवीर राजेश डुडेजा ने कहा कि यहां आयोजित रक्तदान शिविर में युवाओं ने बढ़-चढकऱ अपनी भागदारी दिखाई है तथा शिविर में 22 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति द्वारा किया गया रक्तदान किसी ना किसी जरूरतमंद की जान बचाने में काम आता है। इसीलिए प्रत्येक व्यक्ति को 3 माह में एक बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों में भ्रांतियां है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है, जबकि ऐसा नहीं है। रक्तदान करने से शरीर में नया खून बनता है, जो कि शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बनाने में कारगर साबित होता है। वरिष्ठ ब्रांच मैनेजर मनोज सहगल ने कहा कि रक्तदान करने से शरीर में रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे शरीर अनेक बीमारियों से लडऩे के काबिल भी बनता है। उन्होंने कहा कि वे खासकर युवाओं से आह्वान करते है कि तीन माह में एक बार रक्तदान अवश्य करें। इस अवसर पर सहायक ब्रांच मैनेजर योगेश कुमार, आनंद गोयल, राजकुमार, सुरेंद्र पाल, राजेश ढुल, रोहित मेहता, डा. मोनिका सांगवान, शर्मिला सुमन आदि भी मौजूद रहे।