नरेला में 2 सुरक्षा गार्ड की लाठी डंडों से पीट पीटकर निर्मम हत्या...
नरेला में 2 सुरक्षा गार्ड की लाठी डंडों से पीट पीटकर निर्मम हत्या, लूट से ज्यादा पुलिस आपसी रंजिश की ज्यादा आशंका | नरेला में डीडीए के निर्माणाधीन फ्लैट्स साइड पर थे तैनात
नरेला (ब्यूरो रिपोर्ट) || नरेला इलाके में एक निर्माणाधीन साइड पर अज्ञात बदमाशों ने दो सुरक्षा गार्ड की लाठी डंडो से पीट पीटकर निर्मम हत्या कर दी। पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के बर्फ परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है। शुरुआती जांच में पुलिस लूट से ज्यादा आपसी रंजिश की आशंका व्यक्त कर रही है। वारदात में आरोपियों की संख्या 4 से 5 सामने आई है। दोनों के परिवार वालों व जानकारों से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान सुनील और अमित के रूप में हुई है। दोनों संजय और गौतम कॉलोनी एरिया में किराए के मकान में रहते थे। दोनो शादीशुदा नही थे। दोनो मूलरूप से यूपी के रहने वाले थे। नरेला स्थित डीडीए के फ्लैट्स बनने वाली जगह पर बिजी शिर्के कंपनी के सुरक्षा गार्ड के तौर पर तैनात थे। फाइल फोटो मृतक अमित
12 और 13 जून की रात करीब 2 बजे पुलिस को दोनों पर जानलेवा हमला होने की सूचना मिली थी। पुलिस मौके पर पहुँची। फर्श पर दोनों खून से लथपथ हालात में अधमरी हालत में पड़े हुए थे। दोनो को तुरंत सत्य वादी राजा हरीश चंद्र अस्पताल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टर ने दोनों को मर्त घोषित कर दिया। वारदात की जानकारी दोनो के परिवार को दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वारदात के आसपास चौकीदारी करने वाले लोगो ने चिल्लाने की आवाज सुनी थी। जब वह मोके पर पहुँचे। बदमाश वह से भाग रहे थे। जिनका उन्होंने पीछा भी किया था। फाइल फोटो मृतक सुनील
लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर बदमाश भागने में कामयाब हो गए थे। बदमाशों ने दोनों के हाथ और पैर पर ही लाठी डंडो से वॉर किया था। उनके सर पर कोई चोट नही लगी हुई है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज कब्जे में ली है। उन्होंने बताया कि शुरुआती हालातों को देखते हुए लगता है कि मामला लूट का नही है। बदमाश पैदल ही भागे थे। अगर वो लूट के लिए आते तो शायद किसी वाहन में आते,जिसमे सामान लाद कर ले जाते। जिस तरह से वो लाठी डंडे लये रहे। उससे लगता है कि आरोपियों में से कोई दोनो का जानकर रहा होगा। जिससे उनकी किसी बात को लेकर पहले झगड़ा हुआ होगा। उसी का बदला लेने के लिए ही वारदात को अंजाम दिया होगा।