13 फरवरी से अमृतसर-दिल्ली नेशनल हाइवे पर बैठे और बीते 7 दिनों से अंबाला-जम्मू रेल ट्रैक पर जारी किसानों के धरने का असर अंबाला के व्यापारियों पर पड़ने लगा है।

13 फरवरी से अमृतसर-दिल्ली नेशनल हाइवे पर बैठे और बीते 7 दिनों से अंबाला-जम्मू रेल ट्रैक पर जारी किसानों के धरने का असर अंबाला के व्यापारियों पर पड़ने लगा है। हाइवे और रेल मार्ग बंद होने की वजह से जहाँ एक तरफ अंबाला में स्थिति एशिया की सबसे बड़ी कपड़ा मार्किट में व्यापार ठप्प होने की कगार पर पहुँच गया है। वहीं अब अंबाला की होटल और रेस्टोरेंट इंडस्ट्री भी व्यापारियों के अंबाला न आने की वजह से एक एक ग्राहक के लिए तरसती हुई नजर आ रही है।

बता दें कि अंबाला कोई टूरिस्ट स्पॉट नहीं है। यहाँ की होटल और रेस्टोरेंट इंडस्ट्री पूरी तरह यहां आने वाले व्यापारियों पर निर्भर है। इसके साथ साथ एशिया की सबसे बड़ी कपड़ा मार्किट में हरियाणा,पंजाब,हिमाचल,जम्मू कश्मीर सहित व् देश के अलग अलग जगहों से कपड़े की खरीददारी करने आने वाले ग्राहकों पर निर्भर है। लेकिन फरवरी महीने से जारी किसान आंदोलन की वजह से अंबाला का सीधा संपर्क पंजाब,हिमाचल,जम्मू कश्मीर से लगभग टूट सा गया है। जहां आमजन व व्यापारियों को अंबाला आने में किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता था वहां अब हाइवे और रेलवे ट्रैक बंद होने की वजह से लोगों को घंटों जाम और टूटी सड़कों से गुजरना पड़ रहा है। जिसकी वजह से अब ग्राहक खरीददारी व् व्यापार करने के लिए अंबाला नहीं आ रहे। ऐसे में व्यापार के साथ साथ होटल और रेस्टोरेंट इंडस्ट्री भी बुरी तरह प्रभावित हो रही है। होटल संचालकों की माने तो जब से हाइवे और रेल मार्ग बंद हुआ है तब होटल एक एक ग्राहक के लिए तरस गए हैं। दूर दूर से व्यापार के लिए अंबाला आने वाले व्यापारी अब अंबाला नहीं आ रहे हैं। इतना ही नहीं शादियों के सीज़न में भी लोग खरीददारी करने अंबाला नहीं आ रहे। होटल व् रेस्टोरेंट मालिक बता रहे हैं कि एक तरफ ग्राहक नहीं आ रहे दूसरी तरफ स्टाफ की सैलरी व् अन्य खर्चे निकालने भी अब मुश्किल हो रहे हैं। अंबाला के होटल व् रेस्टोरेंट मालिक अब सरकार के साथ साथ किसानों से भी अपील कर रहे हैं कि जल्द जल्द इस समस्या का समाधान निकालें।