नगर निगम द्वारा की जा रही तोड़फोड़ के विरोध में 12 गांव हुए एकजुट
पंचायत में फैसला लिया गया कि ग्रामीणों की एक समिति बनाई जाए जो तोड़फोड़ का विरोध करने के साथ-साथ वहां पहुंचे जहां नगर निगम की टीम तोड़फोड़ करने के लिए पहुच रही है और पुरजोर तरीके से विरोध दर्ज करवाए।
गुरुग्राम || नगर निगम द्वारा की जा रही तोड़फोड़ के विरोध में गांव नाथुपुर में महा पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में 12 गांव के लोगो ने शिरकत की। ग्रामीणों ने नारा दिया गांव बचाओ घर बचाओ। दरअसल नगर निगम ने इन 12 गांवों में पंचायत की जमीन को सरकारी जमीन बताते हुए खाली करने का नोटिस जारी किया है। नगर निगम का कहना है कि यह जमीन सरकार की है जिस पर ग्रामीणों ने कब्जा कर लिया है।
वही ग्रामीणों की माने तो वह लोग कई सालों से यहां की दादा-परदादा के समय से रह रहे है। उनके पुश्तेनी मकान है, जिन्हें नगर निगम अवैध कब्जा बता कर तोड़फोड़ कर रहा है। उनके सर पर से छत छीनने का काम कर रहा है। जबकि सरकार को लाल डोरा बढ़ाना चाहिए। पंचायत में फैसला लिया गया कि ग्रामीणों की एक समिति बनाई जाए जो तोड़फोड़ का विरोध करने के साथ-साथ वहां पहुंचे जहां नगर निगम की टीम तोड़फोड़ करने के लिए पहुच रही है और पुरजोर तरीके से विरोध दर्ज करवाए।
ग्रामीणों का एक ही नारा था कि भले ही जान चली जाए पर जमीन नही देंगे। ऐसे में अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में नगर निगम और ग्रामीणों के बीच टकराव क्या रंग दिखता है। फिलहाल तो न तो नगर निगम पीछे हटने को तैयार है और न ही ग्रामीण।