गुड़गांव के सेक्टर 37डी स्थित बीपीटीपी पार्क सरीन सोसाइटी में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। जहा सोसाइटी मैनेजमेंट और लाइफ गार्ड की लापरवाही के कारण पांच वर्षीय बच्चे की स्विमिंग पूल में डूबने से मौत हो गई। बच्चे का शव करीब 10 मिनट तक पूल में ही तैरता रहा। जब पूल में तैर रहे अन्य बच्चों ने यह नजारा देखा तो उन्होंने लाइफ गार्ड को सूचना दी, जिन्होंने शव को बाहर निकाला और अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने जांच के उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही सेक्टर 10 थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। सोसाइटी निवासियों का आरोप है कि बिल्डर की मैनेजमेंट कंपनी द्वारा जो लाइफ गार्ड और सिक्योरिटी गार्ड लगाए गए हैं वह महज दिखावा है। अगर लाइफ गार्ड अलर्ट होकर पूल के पास रहते तो बच्चे को बचाया जा सकता था।
पार्क सरीन सोसाइटी आरडब्ल्यूए प्रेसिडेंट संदीप शर्मा, सोसाइटी निवासी पंकज यादव के मुताबिक, सोसाइटी के जे टावर में रहने वाले बिन्नी सिंगला का 5 साल का बेटा मिवांश सिंगला सनसिटी स्कूल में पढ़ता था। बुधवार शाम को मिवांश अपनी दादी रमा सिंगला के साथ सोसाइटी के क्लब में बने स्विमिंग पूल में नहाने गया था। यहां बच्चो के लिए बनाए गए पूल में वह नहा रहा था। इसी दौरान रमा सिंगला मिवांश के लिए कुछ समान लेने अपने फ्लैट में गई और मिवांश को पूल में लाइफ गार्ड और सिक्योरिटी गार्ड की निगरानी में छोड़ गई। इसी दौरान मिवांश करीब 4 फीट पानी की गहराई की तरफ पहुंच गया जहां वह पानी में डूब गया और उसकी मौत हो गई, लेकिन लाइफ गार्ड पूल की तरफ नही दिखे। जब बच्चों ने शव तरते हुए देखा तो इसकी जानकारी लाइफ गार्ड को दी जिसके बाद वह हरकत में आए। सोसाइटी निवासियों का आरोप है कि बिल्डर की मेंटिनेस एजेंसी के गार्ड की लापरवाही के कारण ही यह घटना हुई है।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुची और शव कब्जे में ले लिया। सेक्टर-10 थाना प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप कुमार का कहना है कि परिजनों की शिकायत पर केस दर्ज किया जा रहा है। मौके पर लगे सीसीटीवी की फुटेज भी कब्जे में ली गई है। जांच के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।मामले में जांच शुरू कर दी है। वहीं, सोसाइटी निवासियों ने मामले में बिल्डर और मेंटीनेस एजेंसी सहित लाइफ गार्ड और सिक्योरिटी पर कर्रवाई की मांग की है।