हरियाणा मांगे हिसाब अभियान के तहत बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र में रेजांगला चौक से कृष्णा चौक तक पदयात्रा शुरू करने से पहले सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने रेजांगला चौक पर वीर शहीदों को नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान सड़कों पर उमड़ी भीड़ को देखकर सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने अब तक एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। अगर हिसाब में गड़बड़ नहीं है तो बीजेपी सरकार हिसाब देने से क्यों डर रही है? संसद सत्र के दौरान भी हरियाणा मांगे हिसाब अभियान जारी रहेगा। सांसद दीपेन्द्र ने बीजेपी सरकार से सीधा सवाल किया कि वो बताए कि अग्निपथ योजना जैसा घातक सुझाव किसने कहने पर लागू किया? फौज में भर्ती होकर जो नौजवान देश की सीमाओं की रक्षा करते थे, वो आज अवैध ढंग से डंकी के रास्ते दूसरे देशों की सीमाओं को पार करने पर मजबूर हैं। सबसे ज्यादा कुर्बानी देने वाले इस इलाके के युवाओं को इस बात की पीड़ा है कि बीजेपी सरकार ने सेना में पक्की भर्ती खत्म करके कच्ची भर्ती वाली अग्निपथ योजना लागू कर दी। युवा कह रहा है कि पक्की भर्ती बदलकर कच्ची भर्ती करने वाली इस भाजपा सरकार को बदलना है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि अग्निपथ योजना के खिलाफ संसद में मजबूती से लड़ाई लड़ेंगे और इसे खत्म कराकर ही दम लेंगे।
बीते 10 वर्षों में बीजेपी सरकार ने गुड़गांव की दुर्दशा कर दी है। पिछले एक दशक में हर जिले में भाजपा के फाइव स्टार कार्यालय बन गये, लेकिन मिलेनियम सिटी गुड़गांव को कचरा सिटी बना दिया। हर तरफ कूड़े का ढेर लगा है, मिलेनियम सिटी गुड़गांव में नारकीय स्थिति हो गयी है। बारिश होते ही जलभराव की तस्वीरें किसी से छुपी नहीं है। जलनिकासी की व्यवस्था बदहाल है। प्रापर्टी आईडी, पोर्टल के कारण गुड़गांव के लोगों को भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ रहा है। यहाँ बस अड्डा टूटा पड़ा है, शीतला माता का मंदिर भी टूटा हुआ है। बीजेपी सरकार ने लोगों को बुनियादी सुविधाओं से महरुम कर दिया। हुड्डा सरकार के समय बनी मेट्रो के विस्तार को लेकर 10 साल में कोई काम नहीं हुआ। सिर्फ कोरी बातें होती रही, धरातल पर कोई काम नहीं हुआ। गुड़गांव के अस्पताल में डॉक्टर तक उपलब्ध नहीं हैं, सरकारी स्कूलों में टीचर नहीं हैं। पूरे गुड़गांव में बिजली के कट लग रहे हैं। बिनोला में उनके द्वारा मंजूर कराई गई डिफेन्स यूनिवर्सिटी गुजरात चली गई।
सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार आने पर प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अच्छे अवसर दिलाना प्राथमिकता होगी। उन्होंने सवाल किया कि हरियाणा बिना रिजर्वेशन, बिना पेंशन, बिना मेरिट वाली कच्ची नौकरी की राजधानी क्यों बना? बीजेपी सरकार ने प्रदेश में 2 लाख सरकारी पद समाप्त कर दिये और केंद्र सरकार में 30 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं। हरियाणा में जो भर्ती बची कौशल निगम के माध्यम से बिना रिजर्वेशन, बिना पेंशन, बिना मेरिट वाली कच्ची नौकरियों में परिवर्तित कर दिया गया। ऐसा करके BJP सरकार ने बैक डोर से एससी, बीसी समाज के अधिकारों को छीनने का काम किया है। हरियाणा में पिछले 5 साल में केवल 10 हजार नौकरी लगी है जिसमें से ज्यादातर नौकरी दूसरे प्रदेशों के लोगों को दी गयी। हरियाणा के युवाओं को भर्ती घोटाले, पेपर लीक, CET में उलझा दिया। बेरोजगारी से हताश युवा नशे और नशे से अपराध के दलदल में फंस रहे हैं। एससी, बीसी, गरीब वर्ग के कल्याण की सारी योजनाओं को समाप्त कर दिया।