आज हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने अम्बाला शहर की अनाज मंडी का दौरा कर किसानों,आढ़तियों व मजदूरों से मुलाकात कर गेंहू ख़रीद में आ रही सम्याओं को जाना। निर्मल सिंह ने किसानों को आ रही समस्याओं को लेकर मौके पर ही अधिकारियों से बात की और नमी और लिफ्टिंग की समस्या से अवगत भी कराया और अधिकारियों को जल्द समस्या का समाधान निकालने के लिए भी बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के शासनकाल में किसानों, आढ़तियों व मजदूरों को हमेशा ही परेशान किया गया है।
अम्बाला शहर:-आज हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने अम्बाला शहर की अनाज मंडी का दौरा कर किसानों,आढ़तियों व मजदूरों से मुलाकात कर गेंहू ख़रीद में आ रही सम्याओं को जाना। निर्मल सिंह ने किसानों को आ रही समस्याओं को लेकर मौके पर ही अधिकारियों से बात की और नमी और लिफ्टिंग की समस्या से अवगत भी कराया और अधिकारियों को जल्द समस्या का समाधान निकालने के लिए भी बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के शासनकाल में किसानों, आढ़तियों व मजदूरों को हमेशा ही परेशान किया गया है।
निर्मल सिंह ने कहा कि बारिश के चलते किसानों को हुए नुकसान के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है। क्योंकि बार-बार चेतावनी के बावजूद उसने वक्त रहते मंडियों में कोई व्यवस्था नहीं की।
निर्मल सिंह ने शुक्रवार को हुई बारिश के चलते मंडियों में किसानों की फसल भीगने पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। अब प्रदेश भर के किसानों को इस सरकारी अनदेखी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। किसानों ने निर्मल सिंह को बताया कि मंडियां अनाज से अटी पड़ी हैं क्योंकि अब तक नियमित खरीद व लिफ्टिंग की कोई व्यवस्था नहीं हुई। लिफ्टिंग नहीं होने के चलते किसानों को भुगतान भी नहीं हो रहा है। एकबार फिर 72 घंटे के भीतर भुगतान का सरकारी दावा हवा-हवाई साबित हुआ है। किसानों को अपनी फसल मंडियों के बाहर सड़कों पर रखनी पड़ रही है। अब बारिश के चलते भारी मात्रा में 6 महीने की दिनरात मेहनत से तैयार की गई फसल खुले आसमान के नीचे भीग रही है।
निर्मल सिंह ने एक बार फिर सरकार से जल्द उठान, भुगतान व मंडियों में तमाम जरूरी व्यवस्थाएं करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि पोर्टल का जंजाल खत्म करके जल्दी से जल्दी फसल को खरीदा जाए ताकि किसान अगले सीजन की तैयारी करें। साथ ही बारिश की वजह से जिन किसानों को नुकसान हुआ है उनकी भरपाई सरकार द्वारा की जानी चाहिए। अनाज भीगने के चलते नमी में छूट की लिमिट को भी बढ़ाना चाहिए।