चरखी दादरीः हर कुर्बानी देने को तैयार हैं खाप पंचायतें व किसान संगठन
पंचायत खापों ने केंद्र सरकार को सीधे रूप से अल्टीमेटम दिया है कि पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक मामले में खापों के साथ-साथ किसान संगठन हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। अगर सत्यपाल मलिक मामले में सही ढंग से जांच नहीं की और उनकी सुरक्षा वापिस नहीं ली तो सर्वखाप महापंचायत बुलाकर बड़े निर्णय लिए जाएंगे और आर-पार की लड़ाई के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।
||Delhi||Nancy Kaushik||पंचायत खापों ने केंद्र सरकार को सीधे रूप से अल्टीमेटम दिया है कि पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक मामले में खापों के साथ-साथ किसान संगठन हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। अगर सत्यपाल मलिक मामले में सही ढंग से जांच नहीं की और उनकी सुरक्षा वापिस नहीं ली तो सर्वखाप महापंचायत बुलाकर बड़े निर्णय लिए जाएंगे और आर-पार की लड़ाई के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।
चरखी दादरी के स्वामी दयाल धाम पर शनिवार को फोगाट खाप प्रधान बलवंत नंबरदार की अध्यक्षता में खापों, किसान व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की मीटिंग का आयोजन किया गया। मीटिंग में फोगाट, सांगवान, श्योराण, हवेली, सतगामा, पंवार सहित कई खापों के अलावा किसान संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। करीब एक घंटे चली मीटिंग में सर्वसम्मति से पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा केंद्र सरकार पर आरोप लगाने का समर्थन किया और दिल्ली की घटना को लेकर सरकार की कार्रवाई की निंदा की। खापों ने एकजुट होकर कहा कि किसान आंदोलन के दौरान अपने पद पर रहते हुए सत्यपाल मलिक द्वारा किसानों की मांगों का समर्थन किया था। वहीं अब उन्होंने केंद्र सरकार के कई मामलों को उजागर किया है। ऐसे में सरकार उनको परेशान करने के साथ-साथ कार्रवाई भी कर रही है जो निंदनीय है। खापें अब चुप नहीं बैठेंगी और आर-पार की लड़ाई के लिए तत्पर रहेंगी। साथ ही निर्णय लिया कि जल्द सर्वखाप महापंचायत बुलाकर आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।
फोगाट खाप प्रधान बलवंत नंबरदार व सांगवान खाप सचिव नरसिंह डीपी ने संयुक्त रूप से कहा कि सत्यपाल मलिक मामले में खापें आर-पार की लड़ाई के मूढ में हैं। सर्वखाप महापंचायत के निर्णय अनुसार सभी खापें एकजुट होंगी। साथ ही कहा कि खापों के साथ-साथ किसान संगठन भी हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। अगर सीबीआई द्वारा पूछताछ करनी है तो खाप प्रतिनिधियों के साथ खुले मंच पर पूछताछ करें। सत्यपाल मलिक मामले में किसान आंदोलन की तर्ज पर एकजुट होने का आह्वान किया गया है।