45 वर्षीय व्यक्ति की गला घोंट कर हत्या करने और शव को खुर्दबुर्द करने के लिए चंदू-धनकोट नहर में फेंक कर फरार हुए दो आरोपियो को गुड़गांव पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। एसीपी शिवार्चन की माने तो वारदात 7 मई की है। पुलिस को सूचना मिली कि चन्दु-धनकोट नहर में एक व्यक्ति का शव तैर रहा है। पुलिस घटनास्थल पर पहूंची, जहां पर लोगों ने शव को पानी से निकालकर नहर के किनारे पटरी पर रखा हुआ था। शव को देखने से मृतक की आंखों व होठों को पानी में रहने वाले जीवों द्वारा खाया होना प्रतीत हो रहा था। पुलिस टीम द्वारा मृतक की पहचान के लिए आसपास के लोगों से पूछाताछ कि परन्तु मृतक की पहचान नही हो सकी। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया और मृतक की पहचान करने में जुट गई।
45 वर्षीय व्यक्ति की गला घोंट कर हत्या करने और शव को खुर्दबुर्द करने के लिए चंदू-धनकोट नहर में फेंक कर फरार हुए दो आरोपियो को गुड़गांव पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। एसीपी शिवार्चन की माने तो वारदात 7 मई की है। पुलिस को सूचना मिली कि चन्दु-धनकोट नहर में एक व्यक्ति का शव तैर रहा है। पुलिस घटनास्थल पर पहूंची, जहां पर लोगों ने शव को पानी से निकालकर नहर के किनारे पटरी पर रखा हुआ था। शव को देखने से मृतक की आंखों व होठों को पानी में रहने वाले जीवों द्वारा खाया होना प्रतीत हो रहा था। पुलिस टीम द्वारा मृतक की पहचान के लिए आसपास के लोगों से पूछाताछ कि परन्तु मृतक की पहचान नही हो सकी। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया और मृतक की पहचान करने में जुट गई।
पुलिस मृतक की पहचान करने में जुटी हुई थी उसी दौरान अनिल कुमार ने मृतक की पहचान अपने बङे भाई इन्द्र साहनी के रुप में की। इंद्र की मौत नहर में डूबने से हुई थी। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर हत्यारे की तलाश शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने हत्या की वारदात को अन्जाम देने के जुर्म में 2 युवको को काबू किया। आरोपियों की पहचान सहदेव चढ्ढा व दिनेश के रुप में हुई। पुलिस टीम द्वारा आरोपी सहदेव चढ्ढा को सैक्टर-4, गुरुग्राम से तथा दिनेश को गाँव छीतुनी, जिला सिद्धार्थ नगर (उत्तर-प्रदेश) से काबू किया गया। पुलिस पूछताछ में पता चला कि दिनेश व सहदेव चढ्ढा आपस में दोस्त है और काफी समय से एक-दूसरे को जानते है। 6 मई को नहर में नहा रहे थे। उसी दौरान नहर पर ही नहाते हुए इन दोनों की पहचान इन्द्र साहनी से हुई। सहदेव चढ्ढा को तैरना नही आता था, जबकि मृतक इन्द्र साहनी व दिनेश तैरना जानते थे। सहदेव चढ्ढा नहर के किनारे पर नहा रहा था तो मृतक इन्द्र साहनी ने सहदेव चढ्ढा को जबरदस्ती नहर के अन्दर ले जाने के लिए कहा। सहदेव चढ्ढा ने मना कर दिया। जब इन्द्र साहनी ने बार-बार जबरदस्ती की तो दोनों के बीच कहासुनी हो गई।
इसी बात की रन्जीश रखते हुए सहदेव चढ्ढा ने अपने साथी दिनेश के साथ मिल कर इन्द्र साहनी की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद जब इन्द्र साहनी पानी के उपर तैरने लगा तो दिनेश ने सोचा कि वह मरा नही है और उसके उपर कुदकर उसे पानी में नीचे धकेल दिया। वारदात को अन्जाम देने के बाद ये दोनों रामवृक्ष की मारुति स्विफ्ट में सवार होकर वहां से भाग गए। पुलिस ने दोनों आरोपियो को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है।