गंगा दशहरा के अवसर पर हज़ारो श्रद्धालु गणो ने किया यमुना नदी पर स्नान

गंगा दशहरा के अवसर पर आज हज़ारो संख्या में श्रद्धालुगणो ने इंद्री हलके यमुना नदी में स्नान करके अपनी मनोकामना पूर्ण करने के दुआ मांगी | इंद्री के विभिन्न यमुना नदी के घाटों पर लोगो हजूम सुबह से उमड़ पड़ा था | सबसे ज्यादा संख्या नबियाबाद गुरुद्वारा के पास बने घाट पर देखने को मिली | यह गुरुद्वारा भी ऐतिहासिक गुरुद्वारा बताया जाता है है | कहा जाता है कि जब यमुना नदी में बाढ़ आती है आज तक कभी भी इस गुरुदवारे में बाढ़ का पानी नहीं आया | जबकि यमुना नदी गुरुदवारे से मात्र 100 गज की दुरी पर है| यहाँ से यमुना नदी का पानी भी शांत होकर गुजरता है | श्रद्धालुगण का कहना है की लोगो की आस्था यमुना नदी से जुड़ी हुई है | दशहरे के दिन लोग अपनी आस्था जताते हुए यहाँ पर स्नान करते है | ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी को हस्त नक्षत्र में मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। इसी दिन भागीरथ उन्हें धरती पर लाए थे और इस दिन को गंगा दशहरे के नाम से जाना जाने लगा।श्रद्धालुगणों ने स्नान करने के बाद पूजा अर्चना करने के बाद प्रसाद का वितरण भी किया कुछ लोगों ने अन्य चीजों का दान किया | वही पर गुरुद्वारा में सुबह से लंगर शुरू कर दिया गया था |

||Delhi||Nancy Kaushik||गंगा दशहरा के अवसर पर आज हज़ारो  संख्या में श्रद्धालुगणो ने इंद्री हलके  यमुना नदी में स्नान करके अपनी मनोकामना पूर्ण करने के दुआ मांगी | इंद्री के विभिन्न यमुना नदी के घाटों पर लोगो हजूम सुबह से उमड़ पड़ा था | सबसे ज्यादा संख्या नबियाबाद गुरुद्वारा के पास बने घाट पर देखने को मिली | यह गुरुद्वारा भी ऐतिहासिक गुरुद्वारा बताया जाता है कहा जाता है कि जब यमुना नदी में बाढ़ आती है आज तक कभी भी इस गुरुदवारे में बाढ़ का पानी नहीं आया | जबकि यमुना नदी  गुरुदवारे से मात्र 100 गज की दुरी पर है | यहाँ से यमुना नदी का पानी भी शांत होकर गुजरता है | 
श्रद्धालुगण का  कहना है की लोगो की आस्था यमुना नदी से जुड़ी हुई है | दशहरे के दिन लोग अपनी आस्था जताते हुए यहाँ पर स्नान करते है | ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी को हस्त नक्षत्र में मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। इसी दिन भागीरथ उन्हें धरती पर लाए थे और इस दिन को गंगा दशहरे  के नाम से जाना जाने लगा।श्रद्धालुगणों ने स्नान करने के बाद पूजा अर्चना करने के बाद प्रसाद का वितरण भी किया कुछ लोगों ने अन्य चीजों का दान किया | वही पर गुरुद्वारा में सुबह से लंगर शुरू कर दिया गया था |