भू-माफियाओं के लिए बाहरी दिल्ली का नरेला इलाका बना जन्नत
कहना गलत नहीं होगा कि भू-माफियाओं के लिए बाहरी दिल्ली का नरेला इलाका जन्नत साबित हो रहा है यहां भू-माफिया खेती और बाग की जमीन पर कॉलोनी काट रहे हैं और प्रशासनिक अधिकारी आंखें मूंदकर बैठे हैं।
||Delhi||P24 News||कहना गलत नहीं होगा..कि भू-माफियाओं के लिए बाहरी दिल्ली का नरेला इलाका जन्नत साबित हो रहा है यहां भू-माफिया खेती और बाग की जमीन पर कॉलोनी काट रहे हैं और प्रशासनिक अधिकारी आंखें मूंदकर बैठे हैं। लामपुर गांव में कई एकड़ में फैले बाग को खत्म कर दिया गया..तस्वीरों में आप देख सकते हैं..कि कैसे बाग के पेड़ों का ऊपरी हिस्सा काट दिया गया है..ताकि, दिखावा किया जा सके कि पेड़ों की छंटाई की गई है..जबकि असल में इन्हें जड़ से उखाड़कर यहां कॉलोनी बसाने का काम चल रहा है।
अगर कोई घर में लगा एक पेड़ भी काट दे..तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो जाती है..लेकिन यहां बाग में लगे सैंकड़ों पेड़ काटे जाने के बावजूद एसडीएम, वन विभाग, रेवेन्यू डिपार्टमेंट सब चुप हैं..जबकि खेती की जमीन पर रिहायशी कॉलोनी काटना गैरकानूनी है..सूत्र बताते हैं कि सारा खेल मिलीभगत से चल रहा है..जिसमें पुलिस से लेकर वन विभाग के अधिकारी और बाकी संबंधित विभाग के अफसर शामिल है..जबकि भू-माफिया यहां कॉलोनी काटकर करोड़ों के वारे न्यारे कर रहे हैं।
बाहरी दिल्ली का नरेला ऐसा इलाका है..जहां खेती की जमीन रिहाइश से ज्यादा है..जिसका फायदा भू-माफिया उठा रहे हैं..सस्ती जमीन खरीदकर, यहां कॉलोनी बसाते हैं..और फिर महंगी दाम पर प्लाट ऐसे लोगों को बेच दिये जाते हैं..जिन्हें दिल्ली जैसे शहर में एक अदद घर की तलाश है..ये बात और है कि जब भू-माफिया सारे प्लाट बेचकर निकल जाता है..तो कॉलोनी को अवैध बताकर प्रशासन डिमोलेशन की कार्रवाई करता है..लेकिन ऐसे लोगों के खिलाफ पी24 न्यूज़ आवाज उठाता रहेगा..और प्रशासन की आंखें खोलने का काम करेगा।