गांव के बेटे ने किया कमाल, दादा-दादी से प्रेरणा ले अनुराग सांगवान बना एनडीए का टॉपर

कहते हैं लक्ष्य निर्धारित कर कुछ करने का जज्बा हो और कड़ी मेहनत की जाए तो सफलता उसके कदम चूमती है। इन्हीं पंक्तियों को सही मायने में साबित कर दिखाया है चरखी दादरी के गांव चंदेनी निवासी अनुराग सांगवान ने। अनुराग सांगवान ने अपने रिटायर्ड अध्यापक दादा-दादी से प्रेरणा लेते हुए यूपीएससी की 2022 परीक्षा में सफलता प्राप्त करते हुए देश भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

||Delhi||Nancy Kaushik||कहते हैं लक्ष्य निर्धारित कर कुछ करने का जज्बा हो और कड़ी मेहनत की जाए तो सफलता उसके कदम चूमती है। इन्हीं पंक्तियों को सही मायने में साबित कर दिखाया है चरखी दादरी के गांव चंदेनी निवासी अनुराग सांगवान ने। अनुराग सांगवान ने अपने रिटायर्ड अध्यापक दादा-दादी से प्रेरणा लेते हुए यूपीएससी की 2022 परीक्षा में सफलता प्राप्त करते हुए देश भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। गांव की पृष्ठभूमि से निकले बेटे की इस उपलब्धि पर जहां गांव में जश्न का माहौल है और मिठाइयां बांटकर खुशियां मनाई वहीं ग्रामीणों द्वारा अनुराग सांगवान को सम्मानित करने का भी निर्णय लिया है। वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अनुराग को फोन कर बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है।

बता दें कि चरखी दादरी जिला के अंतिम छोर पर बसा गांव चंदेनी को फौजियों का गांव माना जाता है। अब तक गांव में करीब 35 युवाओं ने सेना में कमीशन लेते हुए देश सेवा में पहुंचे हैं और सेना में उच्च पदों पर हैं। वहीं गांव के दो आईएएस, एक आईपीएस सहित एमबीबीएस के अलावा सिविल में भी उच्च पदों पर गांव का नाम रोशन कर रहे हैं। गांव चंदेनी के बेटे अनुराग सांगवान के दादा-दादी गांव के ही सरकारी स्कूल में अध्यापक रहे हैं और सेवानिवृति के बाद भिवानी चले गए थे। ग्रामीणों की मानें तो बेटे को बड़ा अफसर बनाने का संकल्प लेते हुए अनुराग के पिता जीवक सांगवान गुरुग्राम चले गए थे। पिता ने अनुराग का एनडीए के लिए फार्म भरवाया और प्रथम बार में ही अनुराग ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त कर गांव का नाम रोशन किया है। बट की उपलब्धि पर ग्रामीणों ने मिठाइयां बांटकर खुशी जाहिर की और अनुराग व परिवार को 20 अप्रैल को गांव के सरकारी स्कूल में सम्मानित करने का निर्णय लिया है।

गांव चंदेनी के सरपंच राज सिंह, पूर्व सरपंच राजबीर सांगवान, राजेश पंच सहित अध्यापकों व ग्रामीणों ने बताया कि अनुराग के दादा रतन सिंह की सोच पोते को बड़ा अफसर बनाने की रही है। इसलिए वे गांव से शहर में गए और बेटा अनुराग ने एनडीए में टॉपर बनकर गांव का नाम रोशन किया है। ग्रामीणों ने मीटिंग करते हुए अनुराग को सम्मानित करने का निर्णय लिया है। अनुराग व उसके परिवार को 20 अप्रैल को सम्मानित किया जाएगा। वहीं पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने गांव के बेटे अनुराग व परिवार को बधाई देते हुए हरियाणा सरकार से मांग उठाई कि अनुराग की उपलब्धि पर गांव के विकास के लिए एक करोड़ रुपए का विशेष पैकेज दिया जाए। साथ ही कहा कि मेरे गांव का बेटा एनडीए में देशभर में प्रथम स्थान पर आया है, यह उनके क्षेत्र व हरियाणा के लिए गर्व है। सांगवान ने कहा कि उनके भी पोता-पोती एनडीए के माध्यम से सिलेक्ट हुए थे और वे देश सेवा में कार्य कर रहे हैं।