इंद्री: मेरा पानी मेरी विरासत के तहत बैठक का आयोजन

इंद्री के खंड कृषि अधिकारी के कार्यालय में मेरा पानी  मेरी विरासत के तहत एक बैठक का आयोजन किया गया|  यह बैठक खंड कृषि अधिकारी अश्विनी कंबोज की अध्यक्षता में हुई|  जिसमें सभी कर्मचारियों ने हिस्सा लिया तथा पानी को किस प्रकार से बचाया जा सके उसके बारे में विशेष रूप से चर्चा की गई| 

||Delhi||Nancy Kaushik||इंद्री के खंड कृषि अधिकारी के कार्यालय में मेरा पानी  मेरी विरासत के तहत एक बैठक का आयोजन किया गया|  यह बैठक खंड कृषि अधिकारी अश्विनी कंबोज की अध्यक्षता में हुई|  जिसमें सभी कर्मचारियों ने हिस्सा लिया तथा पानी को किस प्रकार से बचाया जा सके उसके बारे में विशेष रूप से चर्चा की गई|  खंड कृषि अधिकारी ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को दिशा निर्देश दिए कि वह अपने अपने एरिया में जाकर के किसानों को जागरूक करें तथा 15 जून से पहले किसी भी प्रकार से धान की रोपाई ना करें|  यदि कोई भी किसान 15 जून से पहले धान की रोपाई करता है तो उसके खिलाफ कृषि विभाग की तरफ से कार्रवाई भी की जाती है| 

 
खंड कृषि अधिकारी ने कहा कि पिछले साल जिन लोगों ने धान की रोपाई 15 जून से पहले की थी तो उसमें छोटे पौधे होने की शिकायत आई थी जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था|  उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से धान की सीधी बिजाई करने के लिए सरकार की तरफ से अनुदान राशि भी दी जा रही है जो कि 4000 रुपये  प्रति एकड़ दी जा रही है|  अबकी बार सीधी बिजाई का लक्ष्य उनका 2500 एकड़ का है|  उन्होंने कहा कि मेरा पानी मेरी विरासत के तहत यदि जो भी किसान भाई धान की फसल छोड़ कर के मूंग, उड़द या चारे की फसल उगाता है तो उसको सरकार की ओर से 7000 रुपये  प्रति एकड़ अनुदान के तौर पर दिया जाएगा|  उन्होंने किसानों को कहा कि अपनी फसल बोने से पहले अपने खेत की मिट्टी की जांच अवश्य कराएं ताकि फसल उगाने के लिए उसकी भूमि उपजाऊ भी है या नहीं इस बारे में किसानों को जानकारी हासिल हो सके।