अंबाला के चमत्कारी हनुमान मंदिर की कहानी

अंबाला सिटी रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार के कुछ ही दूरी पर बने हनुमान मंदिर एक ऐतिहासिक मंदिर है जिसका इतिहास बहुत पुराना है। बताया जाता है कि इस मंदिर मे हनुमान जी कि प्रतिमा धरती से प्रकट हुई थी और जिसके ऊपर ये बड़ी प्रतिमा लगाई गई। श्रद्धालूओ की अगर माने तो यहाँ पर प्रार्थना करने से ही उनके दुख दूर हो जाते है।

||Delhi||Nancy Kaushik||अंबाला सिटी रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार के कुछ ही दूरी पर बने हनुमान मंदिर एक ऐतिहासिक मंदिर है जिसका इतिहास बहुत पुराना है। बताया जाता है कि इस मंदिर मे हनुमान जी कि प्रतिमा धरती से प्रकट हुई थी और जिसके ऊपर ये बड़ी प्रतिमा लगाई गई। श्रद्धालूओ की अगर माने तो यहाँ पर प्रार्थना करने से ही उनके दुख दूर हो जाते है। मंदिर मे सेवा करने वाले पुजारी कि अगर माने तो उनकी तीसरी पीढ़ी इस मंदिर मे सेवा कर रही है ! सैकड़ो साल पुराने इस मंदिर मे लोग पूजा करने आते रहते है अंबाला से ही नहीं साथ लगते कई राज्यों से भी लोग आते है। 
इस ऐतिहासिक व प्राचीन हनुमान मंदिर मे हर समय भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है क्योंकि आने वाले लोगों की अगर माने तो इस मंदिर मे उनकी हर मनोकामना पूरी होती है। पिछले तीस साल से लगातार मंदिर मे आ रहे दारा सिंह विर्क का कहना है कि उन्हें यहाँ पर बहुत विश्वास है इसीलिए मै पिछले तीस सालो से सुबह शाम इस मंदिर मे आता हूँ। पटियाला पंजाब से हर रोज आने वाले वीरेंद्र ने बताया कि वे पटियाला से हर रोज यहाँ आते है क्योंकि यहाँ से मेरी हर मनोकामना पूरी होती है। सिख श्रद्धांलू विक्की भाटिया ने बताया कि उनके पिता यहाँ कपड़ा मार्किट मे पिछले 48 साल सेप्रधान है और ये मंदिर 100 साल से भी ज्यादा पुराना है लेकिन वे पिछले 25 सालो से यहाँ पर लगातार पूजा पर्ने आते है क्योंकि जो भी इस मंदिर मे सच्ची श्रद्धा से आता है उसकी हर मनोकामना पूरी होरी है। उन्होंने बताया कि वे एक बार बीमार हो गए थे लगभग 90 दिनों तक वेंटीलेटर पर रहे सभी डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था लेकिन उनकी सच्ची श्रद्धा यहाँ थी तब वे ठीक होकर वापिस आ गए  तब से उनकी आस्था इस मंदिर मे है। वही मंदिर मे पाठ कर रही रचना नामक महिला ने बताया कि वे कई सालों से इस मंदिर मे आती है क्योंकि एक बार उनकी बेटी बहुत ज्यादा बीमार हो गई थी कोई भी डॉक्टर उसका इलाज नहीं कर रहा था लेकिन वो यहाँ पर आई और हनुमान जी से प्रार्थना की तभी चमत्कार हुआ दो घंटे मे यहाँ पर डॉक्टर उसका इलाज करने लगे और वो ठीक हो गई।
11इस मंदिर के पूजारी की लगभग तीसरी पीढ़ी यहाँ पर सेवा के साथ साथ मंदिर की देखरेख कर रहे है। मंदिर के पुजारी का कहना है ये मंदिर 100 साल से भी ज्यादा पुराना है और इसकी लोगों मे बहुत आस्था है। उनका कहना है कि यहाँ पर मूर्ति प्रकट हुई थी। उनका कहना है कि इस मंदिर मे दूसरे राज्यों से लोग आते है जो भी मन्नत मांगते है तथा पूरी होने पर वे यहाँ आकर भंडारा आदि करवाते हो। उन्होंने कहा कि मै तीसरी पीढ़ी हूँ जो यहाँ पर सेवा के साथ साथ मंदिर की देखभाल कर रहे है। उन्होंने कहा कि यहाँ पर जो भी आता है उसे कह दिया जाता है कि यहाँ पर कुछ बताया नहीं जाता यहाँ पर अपनी मन्नत मांग के जा भगवान अपने आप पूरी करेंगे।