मथुरा में युवाओं ने मनाया रक्तदाता दिवस का त्यौहार...

जनपद मथुरा में युवाओं ने मनाया रक्तदाता दिवस का त्यौहार । विश्व रक्तदान दिवस बढ़े हर्षोल्लाष के साथ मनाया गया । तो वहीं दूसरी ओर एक वर्दीधारी अपने खून की हर एक बूंद से दूसरे की जिंदगी बचा रहा है।

मथुरा में युवाओं ने मनाया रक्तदाता दिवस का त्यौहार...

मथुरा (मदन सारस्वत) || जनपद मथुरा में युवाओं ने मनाया रक्तदाता दिवस का त्यौहार । विश्व रक्तदान दिवस बढ़े हर्षोल्लाष के साथ मनाया गया । तो वहीं दूसरी ओर एक वर्दीधारी अपने खून की हर एक बूंद से दूसरे की जिंदगी बचा रहा है। इस खाकी वर्दी का ब्लड ए नेगेटिव है जो कम मिल पाता है। 56 बरस की उम्र में 31 बार रक्तदान देकर दूसरों की जिंदगी बचाई ।कारगिल युद्ध में घायल हुए एक ब्रिगेडियर की भी प्रमोद ने अपना रक्त देकर जान बचाई। वह कहते हैं कि वह मेरे लिए खुशी का लम्हा था देश के लिए युद्ध लड़ कर घायल हुए ब्रिगेडियर की जान बचाई। शहर के सदर निवासी प्रमोद रावत होमगार्ड विभाग में कंपनी कमांडर के पद पर तैनात हैं। वह बताते हैं कि रक्तदान का सफर 1988 में उनके पिता की तबीयत खराब होने के बाद से शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि मेरे पिता की तबीयत खराब हो गई वह अस्पताल में भर्ती थे और उन्हें ए नेगेटिव ग्रुप ब्लड की आवश्यकता थी । सब जगह पता किया लेकिन यह ब्लड ग्रुप नहीं मिला तो डॉक्टर ने कहा एक बार आप अपना भी चेकअप करा लो फिर प्रमोद ने अपना रक्तदान कर पिता की जान बचाई तब अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि इन एक्टिव बहुत कम लोगों का ब्लड ग्रुप होता है ऐसे में इस ग्रुप का रक्तदान खोजने में दिक्कत आती है प्रमोद बताते हैं कि उन्होंने तभी तय कर लिया कि अब वह रक्तदान कर दूसरों की जिंदगी बचाएंगे । यह उनका अच्छा संकल्प है ।