राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत स्थानीय पंचायत भवन में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से कार्यशाला का आयोजन

जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. दर्शना सिंह ने बताया कि महा पोषण अभियान के दौरान आंगनवाडिय़ों में सभी बच्चों का वजन लिया जाएगा और बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा। सभी आयोजनों के दौरान बच्चों को कम लागत में अधिक पोषण देने वाली रेसिपी जैसे पेठे की बर्फी संपूर्ण आहार पंजीरी आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी। ब

राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत स्थानीय पंचायत भवन में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से कार्यशाला का आयोजन

महिलाओं में खून की कमी (अनीमिया) व बच्चों का कुपोषण का शिकार होना स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत ही गंभीर विषय है। 52 प्रतिशत महिलाएं खून की कमी(अनिमिया) व 38 प्रतिशत बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। ये प्रतिशतता बहुत अधिक है। अभियान से जुड़े विभागों को सामाजिक संस्थाओं,पंचायतों आदि के साथ बेहतर तालमेल के साथ धरातल स्तर पर काम करना होगा, तभी हम पोषण अभियान को सफल बना सकते हैं। ये बात उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने आज पोषण अभियान के तहत स्थानीय पंचायत भवन में आयोजित कार्यशाला में उपस्थित आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर व हैल्पर को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर डीएसपी आर्यन, सिविल सर्जन डॉ. वीरेश भूषण, डॉ. गिरीश, सीडीपीओ सरोज रानी, कविता सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर उपायुक्त ने गर्भवती महिलाओं को फ्रूट की टोकरी भेंट कर उन्हें संतुलित आहार बारे प्रेरित किया।उपायुक्त ने  कहा कि महिलाओं में खून की कमी होना केवल संतुलित आहार का ही न होना नहीं है, बल्कि इसका एक कारण हमारी सांस्कृतिक परंपरा के अनुसार महिलाओं का परिवार को पहले खिलाना और खुद बाद में खाना भी है। महिलाओं को अपने खान-पान के प्रति ध्यान देना होगा। उपायुक्त ने कहा कि जिला को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए अधिक से अधिक प्रचार व प्रसार किया जाए। जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. दर्शना सिंह ने बताया कि महा पोषण अभियान के दौरान आंगनवाडिय़ों में सभी बच्चों का वजन लिया जाएगा और बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा। सभी आयोजनों के दौरान बच्चों को कम लागत में अधिक पोषण देने वाली रेसिपी जैसे पेठे की बर्फी संपूर्ण आहार पंजीरी आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी। बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए माताओं को व किशोरी बालिकाओं को पोषण बारे जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही घर-घर जाकर सुपरवाइजर व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पोषण के बारे में विशेष जानकारी दी जाएगी।