नगर पार्षद बहादुरगढ में सफाई के नाम पर हो रही है लूट

सफाई के नाम पर नगर परिशद के खजाने की हो रही लूट और महिला पार्शदों के आरोप बेहद संगीन है। लेकिन भाजपा विधायक इन आरोपों का सटीक जवाब देने की बजाय इसे कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी कह कर टाल रहे हैं। उनका कहना है कि उनका इससे कोई लेनादेन नही है। उन्होंने कहा कि नीना राठी को अगर कुछ गलत लगता है तो बैठक में बात रखनी चाहिये थी लेकिन वो बैठक में तो आती ही नही।

नगर पार्षद बहादुरगढ में सफाई के नाम पर हो रही है लूट

बहादुरगढ़ (योगेंद्र सैनी ) || बहादुरगढ़ नगर परिशद में सफाई के नाम पर लूट मची हुई है। आरोप है कि भाजपा विधायक नरेश कौषिक और कांग्रेस चेयरपर्सन शीला राठी मिलकर नगर परिशद के खजाने की सफाई कर रहे हैं। करीब तीन साल पहले तक शहर की सफाई के नाम पर करीब 40 लाख खर्च होते थे। लेकिन अब वो खर्च बढ़कर 2 करोड़ 25 लाख रूप्ये हो गया है। स्वच्छता अभियान और सफाई के नाम पर लूट अभी बाकि है। शायद इसीलिये नगर परिशद ने 19 जुलाई की बैठक में पाचं ऐसे प्रस्ताव पास कर दिये जो पहले से ही सफाई ठेकेदार की षर्तों में शामिल है। मतलब ये कि जो काम पहले से ही ठेकेदार को दिया हुआ है अब उसी काम का दूसरा ठेका लग सकता है। हालांकि सफाई का सच ये है कि शहर में आज भी हर वक्त कूड़े के ढेर नजर आते हैं। नगर परिशद की महिला पार्शदों ने इसका विरोध किया है। और इस लूट के खिलाफ धरना प्रर्दषन की चेतावनी भी दी है।घोटालों के लिये अक्सर सुर्खियों में रहने वाली नगर परिशद बहादुरगढ़ के खजाने की भारी लूट मची हुई है। सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान और शहर की सफाई के नाम पर पिछल तीन साल सफाई का खर्च साढ़े पांच गुना बढ़ चुका है। तीन साल पहले तक शहर और नालों की सफाई के साथ घर घर से कूड़ा उठाने के नाम पर करीब 40 लाख रूप्ये खर्च होते थे । लेकिन कांग्रेस की चेयरपर्सन बनने के बाद सफाई का ये खर्च बढ़कर 2 करोड़ 25 लाख रूप्ये हो गया है। बावजूद इसके शहर में आज भी  हर वक्त जगह जगह कूड़े के ढेर पड़े रहते हैं। लूट का अंत यहीं  नही हुआ है। अब एक और नई लूट की इबारत लिख दी गई है। 19 जुलाई की बैठक में सफाई से सम्बंधित 6 और नये प्रस्ताव पास कर दिये। हालांकि जो प्रस्ताव पास हुये हैं वो षर्तों के रूप में सफाई ठेकेदार पर पहले से ही लागू हैं। नगर परिशद की महिला पार्शद नीना सतपाल राठी और सीमा वजीर राठी ने इसका विरोध किया है और धरने प्रर्दशन की चेतावनी भी दी है।सफाई के नाम पर हो रही इस लूट को हम सिलसिलेवार समझाते हैं। पहले ये जान लीजिये की सफाई के नाम पर 2 करोड़ 25 लाख कैसे खर्च किये जा रहे हैं।  नगर परिशद सेक्टरों की सफाई के लिये 40 लाख, नालों की सफाई के लिये भी 40 लाख, रात को सफाई के नाम पर 40 लाख , 10 वार्डों की सफाई के नाम पर 40 लाख और हर घर से कूडा उठाकर डम्पिंग स्टेषन पर डालने के नाम पर 40 लाख का टेंडर दे रखा है। इसके अलाख करीब 225 अनुबंधित सफाई कर्मचारियों पर 20 लाख और नगर परिशद के करीब 50 पक्के सफाई कर्मचारियों और ड्राईवरों पर करीब 5 लाख रूप्ये खर्च किये जा रहे हैं। अब जानिये 19 जुलाई को नगर परिशद की बैठक में पारित प्रस्ताव ।