नाबालिग का गर्भपात करने के आरोप में निजी अस्पताल सील बिना डिग्री के युवक चला रहा था अस्पताल ..........

अस्पताल दाखिल कर लिया और वहां पर गर्भपात करवा दिया। गर्भपात करवाने के दिन ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डॉ. प्रभू दयाल के नेतृत्व में छापेमारी की, लेकिन उस दिन रेड सफल नहीं हो पाई। सोमवार शाम को फिर से टीम मौके पर पहुंची और करीब तीन घंटे तक अस्पताल में सर्च अभियान चलाया। जहां से काफी संख्या में गर्भपात करवाने की दवाइयां बरामद की। डॉ. प्रभू दयाल ने बताया कि आरोपित के खिलाफ पीएनडीएटी एक्ट, ड्रग एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया जाएगा।

नाबालिग का गर्भपात करने के आरोप में निजी अस्पताल सील बिना डिग्री के युवक चला रहा था अस्पताल ..........

जींद  शहर के गोहाना रोड पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने  अनमोल जीवन अस्पताल पर छापेमारी करके एक अस्पताल से भारी मात्रा में गर्भपात में प्रयोग होने वाली दवाईयां बरामद की। अस्पताल को चलाने वाले गांव मनोहरपुर निवासी नरेश भारद्वाज बारहवीं पास है और दूसरे डाक्टरों के नाम लिखकर अस्पताल चला रहा था। आरोपित नरेश भारद्वाज गर्भपात करवाने में संलिप्त था और 21 अक्टूबर दोपहर को भी दुराचार पीड़ित किशोरी का 15 हजार रुपये लेकर गर्भपात करवाया था।जब इसके बारे में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की तो उस दिन आरोपित अस्पताल को बंद करके मौके से फरार हो गया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गर्भपात करवाने वाली किशोरी को तलाश शुरू की। जिसके बाद सामने आया कि राजेंद्र नगर निवासी राकेश ने 17 वर्षीय किशोरी को नशीला पदार्थ देकर उसके साथ दुराचार किया और इस दौरान वह गर्भवती हो गई। इसके बाद आरोपित युवक राकेश ने किशोरी का गर्भपात करवाने के लिए पटियाला चौक के एक अस्पताल से संपर्क किया, जहां के डाक्टर ने गर्भपात करने से मना कर दिया। इसी दौरान आरोपित नरेश भारद्वाज का गुर्गा वहां पर खड़ा था और उसने युवक से गर्भपात करवाने के लिए बातचीत की। इसके बाद युवक राकेश की आरोपित नरेश भारद्वाज से बातचीत हुई और गर्भपात करवाने के लिए 15 हजार रुपये में सौदा हो गया। 19 अक्टूबर को दुराचार का आरोपित युवक राकेश किशोरी को अपने साथ लेकर गोहाना रोड पर स्थित अनमोल जीवन अस्पताल में ले आया और नरेश भारद्वाज ने गर्भपात करवाने के लिए कुछ दवाईयां दी, लेकिन उससे गर्भपात नहीं हो पाया। इसके बाद 20 अक्टूबर को फिर से किशोरी को बुलाया, लेकिन उस दिन भी गर्भपात नहीं हो पाया। इसके बाद 21 अक्टूबर को आरोपित ने किशोरी को अस्पताल दाखिल कर लिया और वहां पर गर्भपात करवा दिया। गर्भपात करवाने के दिन ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डॉ. प्रभू दयाल के नेतृत्व में छापेमारी की, लेकिन उस दिन रेड सफल नहीं हो पाई। सोमवार शाम को फिर से टीम मौके पर पहुंची और करीब तीन घंटे तक अस्पताल में सर्च अभियान चलाया। जहां से काफी संख्या में गर्भपात करवाने की दवाइयां बरामद की। डॉ. प्रभू दयाल ने बताया कि आरोपित के खिलाफ पीएनडीएटी एक्ट, ड्रग एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया जाएगा।