पानीपत : 68 साल की उम्र में मैडल जीतकर वीरेंद्र मलिक ने रचा इतिहास ....

पानीपत : जिस उम्र में लोग अपने पोते -पोतियो को खिलाते है उस उम्र में पानीपत के गांव उग्राखेड़ी के वीरेंद्र मालिक ने ब्राउज मैडल जीतकर सबको आश्चर्य चकित कर दिया ,हार्ट अटैक आने के बाद डॉक्टरों ने किया था खेलने से मना ,लेकिन दृढ़ निश्चय कर जित लिया मेडल ,68 साल की उम्र में आल इण्डिया मास्टर एथेलेटिक्स में जीता ब्राउज ,लगातार पांच साल से जीत रहे है मैडल ,पहले भी जीत चुके है दर्जनों नेशनल व् स्टेट लेवल के मेडल , पानीपत के गांव वीरेंद्र मलिक ने 68 साल की उम्र में मैडल जीतकर दिखाया हौसला ,हर कोई कर रहा होंसले को सलाम ,पंचकूला के देवीलाल स्टेडियम में चल रही 7 से 11 फरवरी तक आल इंडिया मास्टर्स एथलीट प्रतियाेगिता में उग्राखेड़ी गांव के वीरेंदर मलिक ने तीन मेडल जीते हैं। वीरेंदर ने बताया कि उनका जेवलियन में तीसरा, थ्री कूद में तीसरा और हाई जंप में भी तीसरा स्थान रहा हैं। इससे पहले भी वाे कई बार राज्य व नेशनल स्तर पर मेडल जीत चुके हैं।उन्हाेंने बताया कि वाे सरकारी सेवा से रिटायर हैं। वाे पानीपत के खेल शिक्षा अधिकारी रह चुके हैं। बचपन से ही वीरेंदर की खेलों की प्रति विशेष रूचि रही है।
रिटायर हाेने के बाद भी उनमें खेलाें लेकर जुनून हैं, इसलिए वाे विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेते रहते हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खेल मंत्री संदीप सिंह ने सभी खिलाड़ियों काे सम्मानित किया। हरियाणा ओवरऑल चैंपियनशिप रही। इसमें 22 राज्याें के 2800 एथलीट ने भाग लिया है। कई साल पहले वीरेंद्र मलिक को हार्ट अटैक आया तो डॉक्टरों ने कहा खेल मैदान से दूर रहो ,लेकिन खेल प्रेम ने मैदान से दुरी नहीं बनाने दी ,और निश्चय करके मेहनत कर बिमारी को मात देकर एक बार नहीं लगातार पांच बार आल इण्डिया मास्टर एथेलेटिक्स चैम्पियन विजेता बने ,और आज हर युवाओ के लिए प्रेरणा बने है ,आज हर कोई उनके हौसलों को सलाम करता है ,