25 सितंबर को कैथल में चौधरी देवीलाल जयंती को सम्मान दिवस के रूप में मनाया जाएगा

पत्रकारों ने पूछा कि आपकी पार्टी के काफी लोग दूसरी पार्टियों में जा चुके हैं और कुछ जाने के लिए तैयार बैठे हैं इस पर अर्जुन चौटाला का दर्द निकल कर बाहर आया और उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार थी तब हमारे दादा रंजीत सिंह ने पार्टी छोड़ दी थी 2009 के चुनाव में संपत सिंह ने भी पार्टी छोड़ दी अशोक अरोड़ा ने पार्टी छोड़ी है

25 सितंबर को कैथल में चौधरी देवीलाल जयंती को सम्मान दिवस के रूप में मनाया जाएगा

25 सितंबर को कैथल में चौधरी देवीलाल जयंती को सम्मान दिवस के रूप में मनाया जाएगा किसी की तैयारियों को लेकर आज इनेलो नेता अर्जुन चौटाला कैथल पहुंचे और कैथल में हरियाणा टूरिज्म की कोयल  कंपलेक्स में एक प्रेस वार्ता की पत्रकारों से बात करते हो उन्होंने कहा कि गांव-गांव जन जन तक और अपने वर्करों तक जा रहे हैं इस रैली का न्योता देने के लिए ताकि इस बार कैथल में बड़ी धूमधाम से चौधरी देवी लाल जी की जयंती को सम्मान दिवस के रूप में बनाया जा सके हमें उम्मीद है कि भारी जनसमूह इस कार्यक्रम में देखने को मिलेगा पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए अर्जुन चौटाला ने कहा कि वह इस पार्टी के सिर्फ कार्यकर्ता है पार्टी के जो भी फैसले होते हैं चौधरी ओम प्रकाश चौटाला और अभय चौटाला लेते हैं उन्हें जो आदेश मिलता हुआ उसका पालन करते हैं अशोक अरोड़ा के सवाल पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि वह मेरे लिए आदरणीय हैं और लोकसभा चुनाव में मैंने काफी कुछ सीखा है और मैं आशा करता हूं कि जितना सम्मान हमने उन्हें दिया है आगे भी मिले अशोक अरोड़ा  इनेलो छोड़कर क्यों गए हैं इसका जवाब तो अशोक अरोड़ा  ही दे सकते हैं हमने उन्हें मान-सम्मान देने में कोई कमी नहीं रखी पत्रकार ने पूछा कि विधानसभा चुनाव में इनेलो के मुद्दे क्या रहेगी इस पर बोलते हुए अर्जुन चौटाला ने कहा कि हमारा सबसे बड़ा मुद्दा रहेगा कुशल प्रशासन इसके अलावा युवाओं के लिए रोजगार किसानों की समस्याएं स्वास्थ्य अन्य जनहित के मुद्दे विधानसभा चुनाव में रहेंगे पत्रकारों ने पूछा कि आपकी पार्टी के काफी लोग दूसरी पार्टियों में जा चुके हैं और कुछ जाने के लिए तैयार बैठे हैं इस पर अर्जुन चौटाला का दर्द निकल कर बाहर आया और उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार थी तब हमारे दादा रंजीत सिंह ने  पार्टी छोड़ दी थी 2009 के चुनाव में संपत सिंह ने भी पार्टी छोड़ दी अशोक अरोड़ा ने पार्टी छोड़ी है अब आप ही देखिए वह लोग आज कहां पर है इसीलिए लोग कहते हैं कि पत्थर एक जगह पड़ा रहता है तो भारी रहता है जो मान सम्मान इनेलो पार्टी में इन लोगों को मिला है वह दूसरी पार्टी में नहीं मिल सकता यह बात दूसरी पार्टी वाले भी जानते हैं कि यह लोग जिस पोजीशन पर इनेलो में थे वह पोजीशन दूसरी पार्टी में वे लोग उन्हें नहीं दे सकते इसके बावजूद भी अगर कोई पार्टी छोड़कर जाता है यह तो उसकी इच्छा है उनकी अपनी विचारधारा है जिसका मन होगा वह चला जाएगा जो हमारी विचारधारा के साथ चलना चाहेगा वह हमारे साथ रहेगा