नरेला : सत्यवादी राजा हरीश चंद्र अस्पताल बना कोविड-19 अस्पताल, ओपीडी, आपातकाल सेवा बंद....

नरेला का सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र हॉस्पिटल बनाया गया कोविड-19 हॉस्पिटल यहां पर कोरोना के मरीजों का इलाज होगा दो सो बेड किए गए तैयार कोरोना के पेसेंट आने सुरु एमर्जेंसी ओर ओपीडी सेवाए बंद

नरेला : सत्यवादी राजा हरीश चंद्र अस्पताल बना कोविड-19 अस्पताल, ओपीडी, आपातकाल सेवा बंद....

नरेला (ब्यूरो रिपोर्ट) || बाहरी दिल्ली के नरेला में स्थित सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र हॉस्पिटल को आज से बनाया गया कॉविड हॉस्पिटल इस हॉस्पिटल में 200 बेड कोरोना पेशेंट के लिए तैयार किए  गए आपको बता दें 2 जून से यहां पर करोना पेशेंट का आना शुरू कर हो गया है दिल्ली में लगातार बढ़ रहे कराना के मरीजों को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के अलग-अलग हॉस्पिटलों में 9000 से ज्यादा बेड तैयार किए हैं जहां पर करोना पॉजिटिव पेशेंट को कौन लाया जाएगा और वहां पर उनका इलाज किया जाएगा बाहरी दिल्ली के नरेला सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र हॉस्पिटल को भी को भी कोविड-19 हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया है और यहां पर 200 बेड कोरोना के मरीजों के लिए तैयार है जहां पर करोना मरीजों का इलाज होगा |

     वही नरेला के सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र को कोविड-19 हॉस्पिटल बनाए जाने पर कहीं ना कहीं जो स्थानीय लोग हैं को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा नरेला के सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र हॉस्पिटल में दूर-दूर से लोग अपना इलाज करवाने आते हैं दिल्ली नहीं हरियाणा से भी लोग यहां पर अपने इलाज के लिए आते है  लेकिन अब उन लोगों को कहीं ना कहीं दूसरे हॉस्पिटलों में अपने इलाज के लिए जाना जो नरेला से काफ़ी दूर पड़ेगा जिस से लोगों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा |     सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र हॉस्पिटल को कोरोना पॉजिटिव बनाने के तुरंत बाद ही यहां पर कोरोना के मरीज़ों का आना भी शुरू हो गया है आज ही यहां पर दो कोरोना पेशेंट आए हैं जिसमें एक कोरोना पोज़िटिव तो दूसरा यहां पर सस्पेक्टेड है वहीं यहां के डॉक्टरों की माने तो उनका कहना है कि यहां पर आईसीयू की सुविधा नहीं है अगर कोई गंभीर पेशेंट आता है तो उसको तुरंत हायर सेंटर रेफर किया जाएगा हरिश्चंद्र हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट की मानें तो उनके हॉस्पिटल में मेन पावर भी कम है क्योंकि काफी स्टाफ को यहां से कोरोंटाइन सेंटर मे लगाया गया है जहां पर सस्पेक्टेड लोगों को रखा गया है वहीं ऊपर से हरिश्चंद्र हॉस्पिटल को कोरोना को कोविड-19 हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया है ऐसे में स्टाफ की ज्यादा जरूरत पड़ेगी मेडिकल सुपरिटेंडेंट संजय जैन की मानें तो उन्होंने सेक्टरेट  में एक पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है कि हमें और मैन पावर की जरूरत है लेकिन वहां से जवाब आया है कि जैसे-जैसे रिक्वायरमेंट होगी जरूरत के हिसाब से स्टाफ मुहैया करवाया जाएगा अब देखना यह है कि यहां के लोगों के लिए सरकार क्या उपाय करती है या यहां के लोगों को यहां नरेला से 20 किलोमीटर दूर दूसरे हॉस्पिटलों में जाकर अपने इलाज के लिए चक्कर काटने पड़ेंगे अब यह तो समय बताएगा कि कितनी जल्द भारत इस महामारी पर जीत हासिल करता है |