दिवाली महीने के आखिर में आने के कारण खरीददारी में काफी परेशानी आ रही है कुम्हारो के मिटटी के दियो पर भी चाइनीस दियो व् लड़ियों की मार पड़ रही  

कुम्हार चाइनीज सामान से परेशान है क्योंकि इसके कारण मिटटी के दियो की बिक्री कम हो गई है । मिटटी के दियो का काम करने वाले कुम्हारो ने बताया कि पहले तो लोग मिटटी के दिए ही खरीदते थे लेकिन अब ज्यादातर लोग चाइनीज दिए ही लेकर जाते है जिस कारण उनका काम काफी कम हो गया है । उन्होंने बताया कि उनकी कई पीढ़ियों ये काम करती आ रहे है ।

दिवाली महीने के आखिर में आने के कारण खरीददारी में काफी परेशानी आ रही है कुम्हारो के मिटटी के दियो पर भी चाइनीस दियो व् लड़ियों की मार पड़ रही  

धनतेरस के बाद लोग दिवाली की खरीददारी में व्यस्त हो गए है बाज़ारो में रौनक बढ़ गई है खासकर लोगो को मिठाई,दिए,खील-बतासे खरीद रहे है लेकिन लोगो को दिवाली महीने के आखिर में आने के कारण खरीददारी में काफी परेशानी आ रही है कुम्हारो के मिटटी के दियो पर भी चाइनीस दियो व् लड़ियों की मार पड़ रही है । बाज़ारो में बढ़ी भीड़ बता रही है कि लोग दीवाली को लेकर जमकर खरीदारी कर रहे हैं । दीवाली को लेकर अंबाला के बाजारों में भी खूब रौनक दिखाई दे रही है । खरीदारी करने के खरीददारी करने आये लोगो ने बताया कि वे दीवाली के कारण बाजार में खरीदारी करने आये है व् खूब अच्छे तरह से दीवाली मनाएंगे । वही दुकानदार बताया ने कि इस बार दीवाली महीने के आखिरी दिनों में आई है इसलिए लोग कम ही खरीददारी करने आये है लेकिन फिर भी बाजार में रौनक है ।जब से बाजार में चाइनीज सामान आने लगे है तब से भारतीय सामान पर इसका असर होने लगा है दुकानदार खासकर मिटटी के दिए दिए बनाने वाले कुम्हार चाइनीज सामान से परेशान है क्योंकि इसके कारण मिटटी के दियो की बिक्री कम हो गई है । मिटटी के दियो का काम करने वाले कुम्हारो ने बताया कि पहले तो लोग मिटटी के दिए ही खरीदते थे लेकिन अब ज्यादातर लोग चाइनीज दिए ही लेकर जाते है जिस कारण उनका काम काफी कम हो गया है । उन्होंने बताया कि उनकी कई पीढ़ियों ये काम करती आ रहे है ।