जर्जर बिल्डिंग को लेकर भडक़े नागरिक , प्राथमिक पाठशाला पर अभिभावकों ने ताला जड़ा

बिल्डिंग का बजट आने के एक साल बाद भी जीर्णोद्धार कार्य शुरू न होने पर अभिभावकों ने पाठशाला के गेट पर ताल जड़ते हुए नारेबाजी करते हुए रोष जताया। बाद में पुलिस व शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जल्द ही विद्यार्थियों को दूसरे स्कूल में शिफ्ट करने का आश्वासन देकर ताला खुलवाया

जर्जर बिल्डिंग को लेकर भडक़े नागरिक ,  प्राथमिक पाठशाला पर अभिभावकों ने ताला जड़ा

भय के साये में पढऩे को मजबूर नौनिहाल, पाठशाला का जीर्णोद्घार नहीं होने पर अभिभावकों ने रोष जताया चरखी दादरी : दादरी शहर के कबीर नगर स्थित धर्मशाला में चल रही प्राथमिक पाठशाला में पढऩे वाले नौनिहाल भय के साये में पढऩे को मजबूर है। पाठशाला की बिल्डिंग जर्जर होने के कारण विद्यार्थियों के साथ-साथ स्टाफ सदस्यों को भी डर सता रहा है। बिल्डिंग का बजट आने के एक साल बाद भी जीर्णोद्धार कार्य शुरू न होने पर अभिभावकों ने पाठशाला के गेट पर ताल जड़ते हुए नारेबाजी करते हुए रोष जताया। बाद में पुलिस व शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जल्द ही विद्यार्थियों को दूसरे स्कूल में शिफ्ट करने का आश्वासन देकर ताला खुलवाया। हालांकि इस दौरान अभिभावकों ने कहा कि समाधान नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन करेंगे।शहर के कबीर नगर क्षेत्र निवासी धर्मशाला में चल रहे प्राथमिक पाठशाला में पहुंचे। यहां उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि पाठशाला की बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है। इसके बावजूद जीर्णोद्धार कार्य शुरू कराने के लिए पाठशाला के 75 बच्चों को समीपवर्ती स्कूलों में शिफ्ट नहीं किया जा रहा। इस संबंध में वो शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित जिला उपायुक्त धर्मवीर सिंह से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन हालात जस के तस है। स्थानीय निवासी पूर्ण, टोनी, प्रकाश, मोनू, सुदेश, सतबीर, राजू, नितेश, निवास, संजय, रामभगत, सुनील, प्रवीन, जोगेंद्र, विक्की, अजय, अनू, बाबूलाल, चंद्रमुखी, कमलेश, मोनू, मित्रो, सुनीता व सतनाम आदि ने बताया कि सन 1952 में धर्मशाला बनाई गई थी। 1974 में यहां प्राइमरी स्कूल शुरू कर दिया गया था। अभिभावकों ने बताया कि प्राइमरी स्कूल शुरू हुए 44 साल हो चुके हैं और पिछले कई सालों से बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है। पहले पाठशाला के ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल पर कक्षाएं लगती थीं, लेकिन हादसे के डर से अब नीचे ही कक्षाएं लग रही हैं। अभिभावकों ने बताया कि पाठशाला के जीर्णोद्धार के लिए करीब एक साल पहले 17 लाख का बजट भी आ चुका है, लेकिन अब तक काम शुरू नहीं हो पाया है। वहीं, उनके बच्चों को डर के साये में पढ़ाई करनी पड़ रही है।पाठशाला का जीर्णोद्धार कार्य शुरू करने के लिए यहां पढऩे वाले करीब 75 बच्चों को समीपवर्ती स्कूल में शिफ्ट करने में भी अधिकारी रुचि नहीं ले रहे हैं। बाद में पुलिस व शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने पहुंचकर स्कूल के बच्चों को दूसरे स्कूल में शिफ्ट करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद ही स्कूल के गेट का ताला खोला गया। शिक्षा विभाग के अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही इस पाठशाला के विद्यार्थियों को दूसरे स्कूल में शिफ्ट कर दिया जाएगा।