चरखी दादरी : ई-टेंडरिंग में बदलाव नहीं तो सरपंच देंगे सामूहिक इस्तीफे...

चरखी दादरी ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के लिए सरपंचों द्वारा खरीदी जाने वाली निर्माण सामग्री अब ई-टेंडरिंग के जरिए पंचायतों को हर ब्लॉक पर एक ठेकेदार के माध्यम से उपलब्ध करवाने के विरोध में ग्राम पंचायतें एकजुट हो गई हैं। सरपंचों ने सरकार की ई-टेंडरिंग का विरोध करते हुए अल्टीमेटम दिया कि अगर इसमें बदलाव नहीं हुआ तो सरपंच सामूहिक रूप से इस्तीफे देंगे। मीटिंग के बाद लिए फैसले अनुसार सरपंचों ने डीसी के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भी भेजा।

चरखी दादरी : ई-टेंडरिंग में बदलाव नहीं तो सरपंच देंगे सामूहिक इस्तीफे...

चरखी दादरी (प्रदीप साहू) || चरखी दादरी ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के लिए सरपंचों द्वारा खरीदी जाने वाली निर्माण सामग्री अब ई-टेंडरिंग के जरिए पंचायतों को हर ब्लॉक पर एक ठेकेदार के माध्यम से उपलब्ध करवाने के विरोध में ग्राम पंचायतें एकजुट हो गई हैं। सरपंचों ने सरकार की ई-टेंडरिंग का विरोध करते हुए अल्टीमेटम दिया कि अगर इसमें बदलाव नहीं हुआ तो सरपंच सामूहिक रूप से इस्तीफे देंगे। मीटिंग के बाद लिए फैसले अनुसार सरपंचों ने डीसी के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भी भेजा।
जिलेभर की ग्राम पंचायतों के सरपंच दादरी में एकजुट हुए और मीटिंग की। मीटिंग में पंचायत प्रतिनिधियों ने एकजुट होकर संघर्ष की लड़ाई लडऩे का फैसला लिया और रोष प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। यहां डिप्टी सीएम के नाम डीसी को ज्ञापन सौंपा। सरपंच एसोसिएशन के अध्यक्ष सूबे सिंह ने बताया कि पंचायतों में यदि कोई विकास कार्य होता है तो उसमें पंचायत के लोगों की भी सहभागिता रहती है और कई जगह लोग श्रमदान से भी काम करवाते हैं। लेकिन यदि उस प्रक्रिया को ठेकेदारी सिस्टम से चलाया जाएगा, तो इससे लोगों का भी विकास कार्य को लेकर रूझान कम हो जाएगा। कहा कि ना तो गांवों में बीपीएल की सर्वे करवाई और ना ही पीएमआई योजना के तहत मकान बनवाए गए हैं। ऐसे में सरपंचों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस बार उनकी मांगे नहीं मानी गई तो सरपंच सामूहिक रूप से इस्तीफा देंगे और प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।