रोहतक 18 अगस्त की रैली के लिए भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने विधायकों, पूर्व विधायकों और कार्यकर्ताओं को दिया आमंत्रण , सोनिया गांधी का नाम लेने से बचे...

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हुड्डा प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि इस सरकार में न तो कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज है और ना ही किसी तरह की सरकार में बात दिखाई देती है। हुड्डा की मानें तो महागठबंधन होगा तो इनेलो को उसमें शामिल नहीं किया जाएगा क्योंकि इनेलो उनकी विचारधारा की पार्टी नहीं है।

रोहतक 18 अगस्त की रैली के लिए भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने  विधायकों, पूर्व विधायकों और कार्यकर्ताओं को दिया आमंत्रण , सोनिया गांधी का नाम लेने से बचे...

आगामी 18 अगस्त को रोहतक में आयोजित होने वाली पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की रैली में कार्यकर्ताओं को आमंत्रण देने के लिए स्वयं भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज फरीदाबाद पहुंचे और अपने समर्थकों से रू ब रू हुए। सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने को लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इसे अच्छा तो कहा लेकिन चेहरे से वह खुशी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के दिखाई नहीं दी। जननायक जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा बोले तेल देखो और तेल की धार देखो। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा गठबंधन होगा तो समान विचारधारा और सोच की पार्टियों से उनका गठबंधन होगा और इनेलो उनकी विचारधारा की पार्टी नहीं है।

दिखाई दे रहा ना जा रहा हूं फरीदाबाद में नेशनल हाईवे स्थित मैगपाई टूरिस्ट कंपलेक्स का है, जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा 18 अगस्त को रोहतक में आयोजित होने वाली रैली को लेकर पार्टी के कार्यकर्ता विधायक पूर्व विधायक व अपने समर्थकों को न्योता देने पहुंचे हैं। कार्यक्रम में मौजूद सभी विधायक पूर्व विधायक व हुड्डा समर्थकों ने 18 अगस्त को फरीदाबाद से भारी संख्या में रोहतक पहुंचने का हुड्डा को आश्वासन दिया। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हुड्डा प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर बरसे।

उन्होंने कहा कि इस सरकार में न तो कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज है और ना ही किसी तरह की सरकार में बात दिखाई देती है। हुड्डा की मानें तो महागठबंधन होगा तो इनेलो को उसमें शामिल नहीं किया जाएगा क्योंकि इनेलो उनकी विचारधारा की पार्टी नहीं है। सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने माना तो सही और बधाई भी दी लेकिन उनके चेहरे से साफ तौर पर उनके अध्यक्ष बनने की खुशी दिखाई नहीं दी और तो और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने पूरे संबोधन में सोनिया गांधी का कहीं नाम भी नहीं लिया।