बलात्कार- मथुरा हुआ शर्मसार

गरीबी को न्याय के लिए एक उम्र गिरवी रखनी पड़ती हैं, लेकिन इस उम्मीद मे कि शासन और प्रशासन व्यवस्था त्वरित ढंग से उन आरोपियों पर सख्त कारवाई करेगा। अपराध फ़ाइल कि किसी पन्ने पर हमेशा की तरह दर्ज हो गयी हैं । आरोपी फरार हैं और जब तक प्रशासन एक्टिव नहीं होता, तब तक फरार ही रहेंगे ।

बलात्कार- मथुरा हुआ शर्मसार
प्रतीकात्मक चित्र-

Report- मथुरा- मदन सारस्वत

एक तरफ देश मे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा बुलंद हो रहा है तो दूसरी तरफ इस देश मे शायद ही कोई गली, कोई शहर, कोई कस्बा हो जहां बेटियाँ सुरक्षित हवा मे सांस ले पा रहीं हो । बलात्कार और उत्पीड़न अखबार के हर पन्ने हर, कॉलम मे नजर आता हैं । मथुरा एक बार फिर से ऐसी ही एक घटना के लिए शर्मसार हैं । कृष्ण के प्रेम की नगरी मे नन्ही राधा जैसी बच्ची के साथ हुआ ये दुष्कर्म आपको अगर सोचने पर और अपने विकास के सपनों से उठाकर आँखें मलने को बाध्य नहीं करता तो यकीनन आपके अंदर की इंसानियत मर चुकी हैं ।

प्रतीकात्मक चित्र-

मथुरा के अडिंग गाँव मे एक किशोरी के साथ अत्यंत क्रूर दुष्कर्म का सामने आया हैं ।  गुरुवार की रात पीड़िता के पिता ने दर्ज कराए मुकदमे में बताया कि 20 जुलाई को करीब दो बजे गाँव का ही एक युवक उसकी पुत्री को बहला फुसला ले गया, जंगल में एक नहर की पटरी पर उसने अपने अन्य तीन साथीयों के साथ मिलकर उसका सामूहिक दुष्कर्म किया

प्रतीकात्मक चित्र-

वहसियों से नोची गयी वो लड़की किसी तरह आधे मरे शरीर के साथ अपने घर पहुंची तो उसे देख कर परिवार मे मातम पसर गया । उसने जब आपबीती परिवार वालो को आकर बताई तो वो पुलिस से मदद के लिए थाने पहुँचें । गरीबी को न्याय के लिए एक उम्र गिरवी रखनी पड़ती हैं, लेकिन इस उम्मीद मे कि शासन और प्रशासन व्यवस्था त्वरित ढंग से उन आरोपियों पर सख्त कारवाई करेगा। अपराध फ़ाइल कि किसी पन्ने पर हमेशा की तरह दर्ज हो गयी हैं । आरोपी फरार हैं और जब तक प्रशासन एक्टिव नहीं होता, तब तक फरार ही रहेंगे । आश्वासन मिल गया हैं कि न्याय मिलेगा, लेकिन कब इसी जवाबदेही कौन लेगा ? एस.पी आदित्य कुमार शुक्ला ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए के लिए भेजा गया है । आरोपियों की तलाश की जा रही है।

हर दिन ऐसी घटनाएं खबर बन कर हमारी आँखों मे सामने से गुजरती हैं। ऐसे अपराधो के खिलाफ कुछ ठोस कदम उठाने होंगे, वर्ना बलात्कार की घटनाएं आम बन कर रह जाएंगी, और फिर कोई नेता उठकर बोलेगा, “लड़के हैं, लड़कों से गलतियाँ हो जाती हैं ।“

Posted By- Prakash Chandra