जीन्द के सरकारी अस्पताल में एक शराबी डाक्टर के लडखड़ाते कदम ..........

केचलने लगे तो कदम लड़खड़ा रहे थे। चला नहीं जा रहा था। अस्तपाल कर्मी ने उसे सहारा दिया। सरकारी अस्पताल में बच्चों के डाक्टर दिनेश दहिया। आज जब ये लड़खड़ाते कदमों से डयूटी देते नजर आए तो सामान्य अस्पताल प्रशासन ने इस डाक्टर को तुरंत यहां से चले जाने का ईशारा किया। डाक्टर अपनी सीट से उठे

जीन्द के सरकारी अस्पताल में एक शराबी डाक्टर के लडखड़ाते कदम ..........

जीन्द के सरकारी अस्पताल में एक शराबी डाक्टर के लड़खड़ाते कदम देखने को मिले। इस डाक्टर का नाम है दिनेश दहिया। यह बच्चों का डाक्टर है। सामान्य अस्पताल प्रशासन ने इस शराबी डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय बचाव करते हुए उसे अस्पताल से बाहर भेज दिया। चारों तरफ खड़ी मरीजों की भीड़ भी इस शराबी डाक्टर के लड़खड़ाते कदम देखती नजर आई।
देखिए ये है जीन्द के सरकारी अस्पताल में बच्चों के डाक्टर दिनेश दहिया। आज जब ये लड़खड़ाते कदमों से डयूटी देते नजर आए तो सामान्य अस्पताल प्रशासन ने इस डाक्टर को तुरंत यहां से चले जाने का ईशारा किया। डाक्टर अपनी सीट से उठे। चलने लगे तो कदम लड़खड़ा रहे थे। चला नहीं जा रहा था। अस्तपाल कर्मी ने उसे सहारा दिया। उसके बाद डाक्टर कमरे से बाहर लड़खड़ा कर चलता रहा। फिर यह डाक्टर अपनी गाड़ी तक पहुंचा।मीडिया इस डाक्टर का पीछा करती रही। होना तो यह चाहिए था कि अस्पताल प्रशासन तुरंत इस डाक्टर का मैडिकल करवाता  लेकिन अस्पताल प्रशासन ने ही इसका बचावा किया। इस दौरान अस्पताल परिसर में पुलिस भी खड़ी थी। पुलिस द्वारा भी कोई कारवाई नहीं की गई बल्कि वे भी डाक्टर के लड़खड़ाते कदमों पर हंसते नजर आए। लड़खड़ाते कदमों से डाक्टर पार्किंग में खड़ी अपनी गाड़ी तक पहुंचा और गाड़ी स्टार्ट करके अपने गणतव्य की ओर रवाना हो गया।बड़ा सवाल क्या ऐसे शराबी डाक्टर बच्चों का ईलाज करेंगे। उधर सामान्य अस्पताल प्रशासन का कहना यह मामला हमारे संज्ञान में आया है। मामले की जांच की जाएगी। एक्शन भी होगी लेकिन अभी तक किसी ने कोई लिखित में शिकायत नहीं दी है।