भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जातपात को भूलकर 140 करोड़ लोगों को बंधना होगा एकसूत्र मेंः बंडारू

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय शुक्रवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डॉ. भीमराव अम्बेडकर अध्ययन केन्द्र तथा इंडियन कौंसिल ऑफ सोशल सांईस रिसर्च के सहयोग से डॉ. बीआर अम्बेडकर विजन फॉर सेल्फ रिलायंट इंडिया ऑफ 21 सेन्चुरी (21 वीं शताब्दी के आत्मनिर्भर भारत के लिए डॉ. बी. आर. अम्बेडकर की दृष्टि) विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।

कुरुक्षेत्र || हरियाणा के राज्यपाल एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जातपात और छूआछूत को भूलकर 140 करोड़ लोगों को एकसूत्र में बंधना होगा। जब देश का एक-एक नागरिक डॉ. भीमराव अम्बेडकर के दिखाए मार्ग पर चलेगा तो निश्चित ही आत्मविश्वास की भावना पैदा होगी। जब मानव में आत्मविश्वास पैदा होगा तो निश्चित ही मानव आत्मनिर्भरता की तरफ आगे बढ़ेगा। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय शुक्रवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डॉ. भीमराव अम्बेडकर अध्ययन केन्द्र तथा इंडियन कौंसिल ऑफ सोशल सांईस रिसर्च के सहयोग से डॉ. बीआर अम्बेडकर विजन फॉर सेल्फ रिलायंट इंडिया ऑफ 21 सेन्चुरी (21 वीं शताब्दी के आत्मनिर्भर भारत के लिए डॉ. बी. आर. अम्बेडकर की दृष्टि) विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि देश की भावी पीढ़ी को अपने जहन में आत्मविश्वास पैदा करने के लिए डॉ. भीमराव अम्बेडकर के जीवन पर लिखी पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए। इन पुस्तकों का अध्ययन करने से आत्मविश्वास पैदा होगा और आत्मविश्वास से युवा आत्मनिर्भर बनेगा। जब देश की भावी पीढ़ी आत्मनिर्भर होगी तो देश भी आत्मनिर्भरता की तरफ आगे बढ़ेगा।