हिसार में फीस बढोतरी के विरोध में छात्रों ने किया प्रदर्शन...

हिसार के गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्लाय में एनएसयूआई प्रदेश महासचिव विकास टाक व जिलाध्यक्ष विक्रम सिंघरान के नेतृत्व में आज गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी के गेट के सामने प्रदर्शन हंगामा किया। युवा काग्रेस के सचिव मनोज टाक ने कहा कि जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी में बीसीए बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशनद्ध के विद्यार्थियों को मेजर प्रोजेक्ट के नाम पर चार हजार रुपये जमा करवाने का फरमान जारी किया गया था जिसका एनएस यूआई ने विरोध किया है इसी को लेकर छात्रों ने ज्ञापन भी सौपा था।

हिसार में फीस बढोतरी के विरोध में छात्रों ने किया प्रदर्शन...

हिसार (प्रवीन कुमार) || हिसार के गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्लाय में एनएसयूआई प्रदेश महासचिव विकास टाक व  जिलाध्यक्ष विक्रम सिंघरान के नेतृत्व में आज गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी के गेट  के  सामने प्रदर्शन  हंगामा किया। युवा काग्रेस के सचिव मनोज टाक ने कहा कि  जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी में बीसीए  बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशनद्ध के विद्यार्थियों को मेजर प्रोजेक्ट के नाम पर  चार हजार रुपये जमा करवाने का फरमान जारी किया गया था जिसका एनएस यूआई ने विरोध किया है इसी को लेकर छात्रों ने ज्ञापन भी सौपा था।  विद्यार्थियों ने  ज्ञापन के माध्यम फीस वापिस करने की मांग की थी पर यूनिवर्सिटी ने फ ीस वापसी करने की जगह फीस को कम करके 1250 रुपये कर दिया जोकि नाजायज़ है क्योंकि विद्यार्थियों को पूर्व में ऐसी कोई जानकारी नही थी ए जो फीस गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी के द्वारा ली जा रही है वो हरियाणा भारत की किसी भी विश्वविद्यालय में नही है और कोरोना काल मे विद्यार्थियों से 1250  रु लेना सरासर लूट का कार्य  गुरू जम्भेश्वर विश्वविद्यालय द्वारा किया जा रहा है।

विक्रम सिंघरान ने कहा बीसीए जैसे कोर्स के लिए प्रोजेक्ट के नाम पे कोई फीस नही होती और ना कभी  विश्विद्यालय ने पहले कभी पिछले तीन साल में संबंध कॉलेज को इस फ ीस के बारे में बताया। इसलिए विद्यार्थियों में बहुत रोष है व अचानक इतनी मोटी फ ीस का फ रमान से विद्यार्थियों को मानसिक परेशानी से गुजरना पड़ रहा है। विद्यार्थियों ने एक बार वाइवा व प्रेक्टिकल कॉलेज में दे दी है पर उन्हें दोबारा से प्रेक्टिकल देने के लिए कहा जा रहा है कॉलेज प्रशासन व यूनिवर्सिटी के द्वारा विद्यार्थियों पर दवाब बना कर फ ीस जमा करवाने का काम किया जा रहा है जोकि सरासर तानाशाही हैए यूनिवर्सिटी ने विद्यार्थियों से ये नाजायज फीस लेकर कोरोना महामारी आपदा को अवसर बनाने का काम किया है उन्होंने कि मांग करते हुए कहा कि तुरंत प्रभाव से बीसीए छठे सेमेस्टर में मेजर प्रोजेक्ट के नाम पर फीस का फरमान वापस लिया जाए व जिन विद्यार्थियों ने दबाब में आ कर फीस भर दी है उनकी फीस तुरंत प्रभाव से उनको वापिस लौटाई जाए और भविष्य में ऐसी कोई हिडन फीस का फरमान किसी भी कॉलेज विद्यार्थियों को ना जारी किया जाए।

युवा काग्रेस के  सचिव मनोज टाक ने कहा कि  जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी में बीसीए  बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशनद्ध के विद्यार्थियों को मेजर प्रोजेक्ट के नाम पर  चार हजार रुपये जमा करवाने का फरमान जारी किया गया था जिसका एनएस यूआई ने विरोध किया है इसी को लेकर छात्रों ने ज्ञापन भी सौपा था।  विद्यार्थियों ने  ज्ञापन के माध्यम फीस वापिस करने की मांग की थी पर यूनिवर्सिटी ने फ ीस वापसी करने की जगह फीस को कम करके 1250 रुपये कर दिया जोकि नाजायज़ है क्योंकि विद्यार्थियों को पूर्व में ऐसी कोई जानकारी नही थी ए जो फीस गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी के द्वारा ली जा रही है वो हरियाणा भारत की किसी भी विश्वविद्यालय में नही है और कोरोना काल मे विद्यार्थियों से 1250  रु लेना सरासर लूट का कार्य  गुरू जम्भेश्वर विश्वविद्यालय द्वारा किया जा रहा है।