मथुरा : साध्वी दीदी ऋतंभरा को साधु संतों ने सोपा ब्रज तीर्थो के जल रज...

वृंदावन के केसी घाट पर किया गया ब्रज के समस्त तीर्थों के जल और रज का पूजन ,साधु संत रहे मौजूद साध्वी दीदी ऋतंभरा को साधु-संतों ने सौंपा ब्रज के तीर्थ स्थलों का रज और सरोवर कुंडों का जल ।

मथुरा : साध्वी दीदी ऋतंभरा को साधु संतों ने सोपा ब्रज तीर्थो के जल रज...
मथुरा (मदन सारस्वत) || 5 अगस्त को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का निर्माण शुरू होने वाला है ,उसी को लेकर आज ब्रज के समस्त तीर्थ स्थलों के साधु संत और सेवायतो ने वृंदावन के यमुना किनारे स्थित केसी घाट पर साध्वी दीदी ऋतंभरा के नेतृत्व में समस्त समाज ब्रज के तीर्थ स्थलों की राज और कुंड और सर ओवरों के जल का विधि विधान से पूजन किया और अयोध्या में होने वाले शिलान्यास के लिए दीदी मां को सौंपा ।

साध्वी ऋतंभरा ने कहा आनंद का विषय है 500 वर्ष जिस तरह हिंदू जाति ने संघर्ष किया ,उसकी प्रण नीति हुई है ,वह रामलला के भव्य राम मंदिर के निर्माण से हुई है ,इस पूरे अभियान में जो शिला  वहां पहुंची है , वह राम भक्तों के प्राण हैं ,आंधी आए तूफान आए हमारे मंदिर ध्वस्त किए गए । हमारे आराध्य की प्रतिमाएं खंडित की गई ,हमने घर-घर मंदिर बनाया और अपने आराध्य को हृदय में बसाया ,कभी दिल्ली दरबारों के तलवे नहीं चाटे ,हम राजनैतिक गुलाम रहे, हमारी देह गुलाम रही ,हमारी आत्मा और चेतना कभी गुलाम नहीं रही ,यही सनातन का जश्न  प्रवाह है। आनंद बस इतना ही नहीं है एक मंदिर का निर्माण होने जा रहा है ।

आनंद यह है जो नष्ट किए जाने का प्रयत्न किया ।उनमें हम पुनः निर्माण की सामर्थ्य रखते हैं ।अपना सर्वस्व लुटा कर। हम जानते हैं राम का सत्य ,कभी नष्ट नहीं होता, भगवान श्री राम का मंदिर कृष्ण नीति से बना मेरे ठाकुर बहुत ही चतुर हैं चतुर शिरोमणि है ,उन्हें पता है दुष्टों का दमन कैसे किया जाता है सज्जनों का  परित्राण कैसे किया जाता है। उसी भावना के साथ प्रभु राम की ओर कृष्ण की सत्ता को एक ही मानती हूं। यमुना मैया की बातें सरयू मैया के कानों में गुनगुन आऊंगी। सुंदर भावनाओं से भरे जो पुष्प है उनको लेकर जा रही हूं ।समस्त ब्रज के जो सेवायत और संत हैं वहां का जो चरणामृत और राज है । ब्रज के भाव अद्भुत हैं जहां ब्रज के भाव होते हैं वहां जीवंत आता है। रामलला धीर गंभीर है और कन्हैया चतुर हैं यह सम्मेलन ब्रज और अवध का अपने आप में आनंदित करने वाला है ।बहुत सौभाग्यशाली हूं संतों का संदेश की संवाहक बनने जा रही हूं मेरी जिंदगी सार्थक हो गई ऐसा मैं मान रही हूं ।।