कोरोना महामारी के चलते रक्षाबंधन फीका पड़ा...

चरखी दादरी। भाई-बहन के पवित्र प्यार को लेेकर मनाएं जाने वाले रक्षाबंधन के त्यौहार पर कोरोना महामारी के चलते रक्षाबंधन फीका पड़ा दिखाई दिया। कोरोना महामारी भय के चलते बाजारों में नही दिखाई दी वो रौनक। पहले की अपेक्षा अबकी बार नही सजी व लगी दिखाई दी राखियों की दुकानें। वंही कम संख्या में जंहा राखी की खरीदारी करती नजर आई भाईयों की बहनें, तो वंही पर नीचे, व चारपाई पर राखी बेचने वाले बिना ग्राहक के बैठे नजर आए। हांलाकि प्रशासन द्वारा कोरोना महामारी के चलते रक्षाबंधन के त्यौहार को देखते हुए दुकानदारों को दुकानें खोलने की इजाजत दी गई है, फिर भी शहर में वो रौनक नजर नही आई, जो कोरोना से पहले मनाएं गए रक्षाबंधन के त्यौहार पर नजर आई थी। वंही रक्षाबंधन पर मिठाई के दुकानदारों पर भी कोरोना महामारी की मार पड़ती दिखाई दी।

कोरोना महामारी के चलते रक्षाबंधन फीका पड़ा...

चरखी दादरी (प्रदीप साहू) || कोरोना महामारी के चलते मनाएं जाने वाले भाई-बहन के पवित्र प्यार का रक्षाबंधन का त्यौहार बाजारों में रौनक नही होने के कारण इस बार फीका नजर आया। शहर में लगी राखियों की दुकानों पर महामारी के चलते बहुत कम संख्या में महिलाओं की भीड़ दिखाई दी, वंही इस मौके पर मिठाई बेचने वाले दुकानदारों की दुकानें भी सूनी पड़ी दिखाई दी।

वंही राखी बेचने वालों ने बताया कि वो हर साल राखी की दुकानें एक सप्ताह पहले लगाकर खूब कमा लेते थे, लेकिन इस बार कोरोना के चलते उनका काम रूपये में बीस पैसे रहकर रह गया है। शहर के अशोक स्वामी ने बताया कि इस त्यौहार के उपर उनका हर साल अच्छा खासा काम निकलता था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते ग्राहक घरों से नही निकल रहे हैं, नही आ रहे हैं, इसलिए  उनका काम अबकी बार एक चौथाई पर आ गया है। शहर में हर साल की भांति सजने व खरीदारों की रौनक नही के बराबर दिखाई दी।

भाई-बहन के प्यार को देखते हुए कोरोना महामारी के चलते हुए भी प्रशासन द्वारा रक्षाबंधन के त्यौहार को देखते हुए दुकानदारों को दुकानें खोलने की इजाजत दी गई हैं लेकिन फिर भी शहर में वो रौनक दिखाई नही दी। वंही अपने भाई को राखी बांधने जाने को लेकर दुर्गा ने बताया कि बाजार में भीड़ नही है और सभी के साथ उन्हें भी इस महामारी का भय तो लेकिन राखी तो भाई को बांधने जाने की सोच रही हूं इसलिए राखी खरीदी है। उन्होनें कहा जो पहले राखी बांधने जाते थे अबकी बार वो बात नही है।