अंबाला में बन रहे अंतराष्ट्रीय स्तर के फूटबाल स्टेडियम का गृह मंत्री ने किया निरीक्षण...

अंबाला में बन रहे अंतराष्ट्रीय स्तर के फूटबाल स्टेडियम का निरीक्षण करने हरियाणा के गृह एंव स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज पहुंचे। जहां विज ने काम में देरी के लिए नाराजगी दिखाई और वहीँ स्टेडियम में कुछ बदलाव व काम तेजी को लेकर अधिकारियो की बैठक लेने की बात भी कही।

अंबाला में बन रहे अंतराष्ट्रीय स्तर के फूटबाल स्टेडियम का गृह मंत्री ने किया निरीक्षण...

अम्बाला (अंकुर कपूर) || अंबाला कैंट में फीफा से अप्रूव्ड अंतराष्ट्रीय स्तर का फूटबाल बन रहा है। 100 करोड़ की लागत से बन रहे स्टेडियम के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने हरियाणा के गृह एंव स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज पहुंचे। विज ने करीब 1 घंटे तक स्टेडियम के काम का निरीक्षण किया। इस दौरान काम की धीमी रफ्तार से अनिल विज कुछ खफा भी दिखे। जिसको लेकर अनिल विज ने जल्द अधिकारियो की बैठक लेने की बात भी कही। अनिल विज  ने कहा यह स्टेडियम युवाओ के लिए एक सौगात है। यहाँ खिलाड़ियों के लिए हर सुविधा होगी। विज ने कहा ऐसा स्टेडियम पूरे हरियाणा क्या शायद उत्तर भारत में नहीं है।

नरनौल में मंत्री ओपी यादव का आडियो वायरल होने के बाद एसपी का तुरंत प्रभाव से तबादला हो गया लेकिन मामले में नया मोड़ आ गया है । बीती आधी रात को 11 बजकर 55 मिनट पर नारनौल की पुलिस अधीक्षक सुलोचना गजराज ने शहर थाना में मुकदमा नंबर 499 दर्ज करवाया है। जिसमें विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है । जिस पर अब विपक्ष ने भी सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। इस पर जवाब देते हुए हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने इसकी जाँच स्टेट क्राइम से करवाने की बात कही है।

देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में खिलोनो का जिक्र किया तो राहुल गाँधी ने सवाल उठाते हुए कहा आज मुद्दा JEE व NEET है। जिस पर जवाब हरियाणा के गृह एंव स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दिया और कहा अब राहुल गाँधी के सामने कोई बात करेगा तो खिलोनो की ही बात करेगा राहुल को तो खिलोने ही चाहिए। विज ने कहा नरेंद्र मोदी देश को तकनीकी तौर पर आगे ले जा रहे हैं और आत्म निर्भर भारत बना रहे हैं। जो 1947 में होना चाहिए था वो आज मोदी कर रहे हैं कांग्रेस की सरकार ने कभी नहीं सोचा देश को आत्म निर्भर बनाने के लिए। विज ने कहा जिस की इतनी महान सोच है उन्हें राहुल गाँधी जैसे बच्चो के बारे में भी सोचना ही पड़ता है।